वाराणसी EVM केस: 300 सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज, पथराव और तोड़फोड़ का आरोप

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के परिणाम से पहले सियासी घमासान का दौर जारी है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह वाराणसी में कथित ईवीएम (Varanasi EVM Case) से लदी गाड़ी का पकड़े जाना है. वाराणसी में पहाड़िया मंडी से दो गाड़ियों में भरकर ईवीएम ले जाए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए बवाल मामले में लगभग 300 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, चुनाव आयोग ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए  एडीएम नलिनी कांत सिंह को चुनाव कार्यों से हटा दिया है. नलिनी कांत पर ईवीएम परिवहन में लापरवाही का आरोप है.

पुलिस की मानें तो ईवीएम को लेकर मंगलवार शाम को हुए बवाल में आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीव फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है. सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है. पुलिस का कहना है कि ईवीएम बदले जाने के अफवाह पर मंगलवार की शाम को सपा समर्थकों ने बवाल किया था. सपाइयों का आरोप है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा रही है, जबकि इस मामले पर डीएम से लेकर चुनाव आयोग तक ने कहा है कि गाड़ी में मिलीं ईवीएम ट्रेनिंग के लिए थीं.

बताया जा रहा है कि ईवीएम के मसले पर बवाल के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने पथराव भी किया था. आरोप है कि सपा कार्यकर्ताओं के पथराव में एडीजी जोन की गाड़ी को नुकसान हुआ था और उनका चालक घायल हो गया था. चालक की शिकायत पर लपुर पांडेयपुर थाने में पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में 300 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.

बता दें कि पहाड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर रखी गई ईवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए मंगलवार की शाम को सैकड़ों सपाइयों ने हंगामा किया था. पहाड़‍िया मंडी से दो वाहनों में भरकर ईवीएम बाहर ले जाने का आरोप लगाते हुए सपाइयों ने विरोध प्रदर्शन और हंगामा किया था. बताया जा रहा है कि पहड़‍िया मंडी में दो वाहन पर ईवीएम लदकर कहीं जा रहा था, तभी मौके पर सपा कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया. इसके बाद वहां सपाइयों की भीड़ उमड़ पड़ी और वे वहीं धरने पर बैठ गए.

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