Vice President Election: एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने दाखिल किया नामांकन, PM मोदी रहे मौजूद

भारत के नए उप राष्ट्रपति के निर्वाचन (Vice President Election) के लिए आगामी छह अगस्त को होने वाले चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने सोमवार को नामांकन (Nomination) दाखिल कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में धनखड़ ने नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले धनखड़ ने उनका समर्थन कर रहे विभिन्न दलों के सांसदों के साथ संसद भवन परिसर में एक बैठक भी की।

प्रधानमंत्री मोदी भी इस बैठक में मौजूद थे। उनके अलावा बीजू जनता दल और लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद भी इस अवसर पर मौजूद थे। विपक्षी दलों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा को मैदान में उतारा है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 जुलाई है।

कौन हैं जगदीप धनखड़

राजस्थान ज़िले के झुंझुनू ज़िले के किठाना गाँव में 18 मई, 1951 को पैदा होने वाले जगदीप धनखड़ ने बंगाल के राज्यपाल का कार्यभार 30 जुलाई, 2019 को संभाला था। धनखड़ की शुरुआती पढ़ाई (कक्षा एक से पाँच तक) गाँव के ही सरकारी स्कूल में हुई। उसके बाद उन्होंने स्कॉलरशिप हासिल करके चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल में दाख़िला लिया। धनखड़ ने जयपुर के प्रतिष्ठित महाराजा कॉलेज से बीएससी (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से ही क़ानून (एलएलबी) की पढ़ाई की। पढ़ाई में वे हमेशा अव्वल रहे।

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धनखड़ ने वर्ष 1979 में राजस्थान बार काउंसिल की सदस्यता ली। 27 मार्च, 1990 को वे सीनियर एडवोकेट बने। उसी समय से धनखड़ सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस करते रहे। वे 1987 में राजस्थान हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए। धनखड़ का राजनीतिक करियर वर्ष 1989 से शुरू हुआ। उस वर्ष वे भाजपा के समर्थन से जनता दल के टिकट पर झुंझुनू से लोकसभा चुनाव लड़े और जीत कर पहली बार संसद पहुंचे, वे केंद्र में मंत्री भी रहे।

जनता दल के विभाजन के बाद वो पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के खेमे में चले गए, लेकिन जनता दल से टिकट न मिलने पर बाद में वो कांग्रेस में चले गए। उन्होंने अजमेर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए। उसके बाद वर्ष 2003 में वे बीजेपी में शामिल हो गए। वर्ष 1993 से 1998 के बीच वे अजमेर की किशनगढ़ विधानसभा से विधानसभा के सदस्य रहे। लोकसभा और विधानसभा के अपने कार्यकाल के दौरान वे कई अहम समितियों के सदस्य रहे।

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वहीं उनकी पुत्री कामना, जयपुर के एमजीडी स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद अमेरिका से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इस बार उपराष्ट्रपति का चुनाव 6 अगस्त को होना है. नामांकन की अंतिम तारीख़ 19 जुलाई है। मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को ख़त्म हो रहा है। नए उपराष्ट्रपति 11 तारीख़ को शपथ लेंगे।

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