उत्तर प्रदेश (UttarPradesh) में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए कथित रूप से कमीशन मांगे जाने के मामले में विजिलेंस ने अपनी जांच की रफ्तार बढ़ा दी है। निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश (IAS Abhishek Prakash), उनके करीबी निकान्त जैन (Nikant Jain) और उसके साथियों की कॉल डिटेल्स खंगालना शुरू कर दिया गया है। जिससे इस मामले में जल्द से जल्द खुलासे हो सके।
डिलीट की गई चैट से निकले रहस्य
निकान्त जैन और उसके दो सहयोगियों के मोबाइल से डिलीट की गई चैट को फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से पुनः प्राप्त किया गया है। विजिलेंस ने इन चैट्स की जानकारी पुलिस से मांगी है, ताकि मामले से जुड़े साक्ष्य पुख्ता किए जा सकें।
दलाली के आरोप में निकान्त जैन गिरफ्तार
निकान्त जैन को कमीशन मांगने के इस प्रकरण और दलाली के आरोप में पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वही शासन ने अभिषेक प्रकाश को भी इसी मामले में निलंबित कर दिया है।
विजिलेंस जुटा रही वैज्ञानिक साक्ष्य
विजिलेंस विभाग इस पूरे मामले में वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने में जुटा है। इसके तहत निकान्त जैन की चल-अचल संपत्तियों का भी विस्तृत ब्योरा तैयार कर लिया गया है। मोबाइल चैट और कॉल डिटेल्स के आधार पर जांच को और गहराई से आगे बढ़ाया जा रहा है।
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SIT भी हुई सक्रिय
इस गंभीर मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) ने भी अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। विजिलेंस और एसआईटी मिलकर पूरे प्रकरण को व्यापक रूप से खंगालने में जुटी हुई हैं।
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