कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर चुनाव आयोग (Election Commission) और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘सुबह 4 बजे उठो,36 सेकंड में 2 वोटर मिटाओ, फिर सो जाओ-ऐसे भी हुई वोट चोरी! चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा, चोरों को बचाता रहा। इस टिप्पणी के जरिए राहुल ने चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने एक वीडियो पेश करते हुए दावा किया कि उनके पास वोटर लिस्ट से नाम हटाने की 100 फीसदी पक्की सबूत मौजूद हैं। यह वीडियो 19 दिसंबर 2022 का है, जिसमें सुबह 4 बजे के आसपास दो वोटरों के नाम हटाए जाने की बात कही गई है।
बीजेपी नेताओं का पलटवार
राहुल गांधी के इन आरोपों पर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल अपनी नेतृत्व क्षमता की विफलता को छिपाने के लिए लोकतांत्रिक संस्थाओं पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, राहुल जैसे लोग उस इंजन को रोकना चाहते हैं जो भारत को आगे ले जा रहा है। वहीं, बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस 90 फीसदी चुनाव हार चुकी है और अब वह निराशा में गलत बयानबाजी कर रहे हैं।
कर्नाटक में वोटर लिस्ट से नाम हटाने का मामला
राहुल गांधी ने अपने आरोपों में विशेष तौर पर कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र का जिक्र किया। उनका कहना है कि वहां फर्जी लॉग-इन और बाहरी मोबाइल नंबरों की मदद से ‘सेंट्रलाइज्ड सॉफ्टवेयर’ के जरिए मतदाता सूची में छेड़छाड़ की गई। उन्होंने यह दावा भी किया कि यह सब एक संगठित तरीके से हुआ, जिसमें संवैधानिक संस्थाओं की भूमिका पर भी सवाल खड़े होते हैं।
चुनाव आयोग ने आरोपों को किया खारिज
राहुल गांधी के इन दावों को चुनाव आयोग ने सिरे से नकार दिया है। आयोग का कहना है कि वोटर लिस्ट से नाम हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह नियमबद्ध होती है और कोई आम व्यक्ति या बाहरी ताकत इसमें दखल नहीं दे सकती। आयोग ने यह भी जानकारी दी कि कर्नाटक के उसी क्षेत्र में 6,018 नाम हटाने की शिकायत खुद आयोग ने दर्ज की थी और उस क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ही विजयी रही थी, न कि बीजेपी। इससे राहुल के आरोपों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं।