योगी सरकार के ऑपरेशन क्लीन में लगातार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है. इसी के अंतर्गत मुज़फ्फरनगर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. दरअसल, शुक्रवार तड़के पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक लाख के इनामी आशु उर्फ लंबू को गिरफ्तार कर लिया. उस पर विभिन्न मामलों में 40 से भी ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. वहीं मुठभेड़ में बदमाश के पैर में गोली लगी है. बदमाश के कब्जे से पिस्तौल कारतूस व चोरी की बाइक बरामद हुई है.
ऐसे हुआ एनकाउंटर
जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ और पुलिस की टीम इस इनामी बदमाश के पीछे काफी समय से लगी थी और उसके परिजनों की निगरानी की जा रही थी. एसटीएफ ने आशु उर्फ लंबू को गुरुवार देर रात मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में ट्रेस किया और उसकी घेराबंदी कर ली. इस दौरान आरोपी ने एसटीएफ पर फायरिंग कर दी. मुठभेड़ में आशु उर्फ लम्बू उर्फ उर्फ खालिद उर्फ आस मौहम्मद को पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. घायल बदमाश को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उस उपचार दिलाया जा रहा है, अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली है.
एक लाख का इनामी है बदमाश
एसटीएफ अधिकारियों ने खुलासा किया कि आशु उर्फ लम्बू उर्फ उर्फ खालिद उर्फ आस मौहम्मद सरधना का रहने वाला है और वर्ष 1997 से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. वर्ष 2004 में इसी अपराधी में बागपत जिले में किसान की हत्या भी की थी. इसके अलावा मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली समेत कई जिलों में आरोपी के खिलाफ 40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं मुजफ्फरनगर कोतवाली में 4 साल पहले यानी 2017 में 20 लाख रुपये की डकैती अंजाम दी गई थी. इस वारदात में आशु उर्फ लंबू उर्फ खालिद भी शामिल था. मुजफ्फरनगर पुलिस ने आशु उर्फ लंबू पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया था. पुलिस से बचने के लिए आरोपी फरार हो गया और बिहार में जाकर कपड़े और फल बेचने का काम करने लगा.
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