भारतीय चुनाव आयोग (ECI) द्वारा 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा के बीच कांग्रेस पार्टी (Congress) ने मंगलवार (18 नवंबर 2025) को एक अहम बैठक बुलाई। इस बैठक में उन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के AICC महासचिव, इंचार्ज और वरिष्ठ नेता शामिल हुए, जहां एसआईआर प्रस्तावित है। हालांकि, कांग्रेस के प्रमुख सांसद और तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य शशि थरूर (Shashi Tharoor) इस महत्वपूर्ण बैठक में नहीं पंहुचे। पार्टी की ओर से उन्हें भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से बताया गया कि खराब स्वास्थ्य के कारण वे शामिल नहीं हो सके।
एसआईआर को लेकर कांग्रेस की रणनीतिक समीक्षा
बैठक के बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में AICC के महासचिवों, प्रभारियों, पीसीसी और सीएलपी नेताओं के साथ विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि एसआईआर को लेकर कांग्रेस व्यापक रणनीति बना रही है ताकि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार के अनियमित बदलाव का विरोध किया जा सके।
ECI पर वेणुगोपाल के गंभीर आरोप
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दबाव में काम कर रहा है और मतदाता सूची से जानबूझकर कुछ वर्गों के नाम हटाए जा रहे हैं। उन्होंने इसे ‘अलोकतांत्रिक’ कदम बताते हुए कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेगी। उन्होंने घोषणा की कि दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में एसआईआर के विरोध में एक ‘महारैली’ आयोजित की जाएगी।
खरगे बोले- मतदाता सूची की शुद्धता की रक्षा को प्रतिबद्ध
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट साझा कर कहा कि पार्टी मतदाता सूची की शुद्धता और पारदर्शिता की रक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह यह साबित करे कि वह किसी राजनीतिक दबाव में नहीं है और अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों तथा जनता के प्रति अपनी निष्ठा को याद रखे।
















































