पश्चिम बंगाल: हिजाबी छात्रा को डांटने पर भीड़ ने महिला शिक्षिका मारपीट कर फाड़े कपड़े, फिरदौस समेत कई नामजद

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के एक स्कूल से गुरुवार (21 जुलाई) को हैरान करने वाली घटना सामने आई। यहां दक्षिण दिनाजपुर जिले के हिली थाना इलाके के त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हाई सेकेंड्री स्कूल में पढ़ाने वाली एक महिला टीचर (Lady Teacher) ने एक छात्रा को डांट दिया, जिसके बाद समुदाय विसे, के लोगों ने महिला शिक्षक के साथ जमकर मारपीट की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार को जब 9वीं की छात्रा जरनातुन खातून क्लास करने की जगह स्कूल के बरामदे में घूम रही थी। ऐसे में शिक्षिका चैताली चाकी ने जरनातुन खातून का कान पकड़कर उसे डांटा था। वहीं, छात्रा जरनातुन का आरोप है कि शिक्षिका ने उसकी पीठ पर तमाचा मारा, जिससे उसका हिजाब उसके सिर से नीचे फिसल गया था।

शिक्षिका के कपड़े उतारने का प्रयास

जरनातुन ने घर पहुंचकर अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद परिवार के सदस्य और इलाके के अन्य लोग स्कूल पहुंच गए। वे इस बात से नाराज थे कि शिक्षिका ने छात्रा को इस तरह से मारा जिससे कि उसका हिजाब नीचे गिर गया। वे स्कूल के स्टाफ रूम में घुसे और शिक्षिका के साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने मारपीट के दौरान चैताली चाकी के कपड़े भी खींचकर लगभग उतार दिए। यह देख अन्य शिक्षक सहम गए लेकिन वे भीड़ को रोक नहीं पाए।

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सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें अभिभावकों को स्टाफ रूम के अंदर मारपीट और हंगामा करते हुए देखा जा सकता है। इनमें से कुछ अभिभावकों ने मुस्लिम टोपी पहन रखी थी। इस घटना से स्कूल और उसके आसपास भारी तनाव पैदा हो गया। किसी तरह की हिंसा की घटना को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया। अगले दिन संयुक्त बीडीओ और जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्थिति का जायजा लेने स्कूल का दौरा किया था।

शिकायत में फिरदौस समेत कई को किया नामजद

जानकारी के अनुसार, इस घटना के अगले दिन 22 जुलाई को स्कूल के प्रिंसिपल कमल कुमार जैन ने दावा किया था कि दोनों पक्षों के बीच समझौते के बाद मामला सुलझ गया है। हालांकि, प्रिंसिपल के इस दावे को गलत पाया गया क्योंकि जब दोनों पक्षों के बीच एक बैठक हुई थी, तो कोई समझौता नहीं हुआ था। बाद में मामले में केस दर्ज कराने के लिए प्रिंसिपल खुद शिक्षक चैताली चाकी के साथ थाने गए। शिकायत में फिरदौस मंडल, अफरूजा मंडल, जाकिर हुसैन, मसूद खातून और मफूजा खातून समेत कई लोगों को नामजद किया गया है।

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मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

इस मामले में छात्र और अन्य अभिभावक शिक्षिका के साथ मारपीट करने वाली भीड़ के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इसकी वजह से दोषिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पूरे दक्षिण दिनाजपुर में 23 जुलाई को विरोध प्रदर्शन किया गया। इस संबंध में स्थानीय भाजपा नेताओं सहित कई लोगों और संगठनों द्वारा पुलिस में पहले ही कई शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं।

वहीं, क्षेत्र के कई स्कूलों के छात्रों ने कल विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग 512 को ब्लॉक कर दिया। उनके साथ कई पूर्व छात्र और अभिभावक भी शामिल हुए। हालाँकि बाद में जाम की वजह से बड़ी संख्या में वाहन फँसने के बाद पुलिस ने उन्हें मौके से हटाकर सड़क को खाली कराया। इसी तरह एक अन्य विरोध में, कई स्थानीय स्कूलों के शिक्षकों ने अपने चेहरे पर काला कपड़ा डालकर विरोध मार्च निकाला। इसके अलावा ऑल बंगाल टीचर्स एसोसिएशन ने भी हमले की निंदा करते हुए बालुरघाट में एक विरोध रैली निकाली।

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