लता मंगेश्कर की विदाई पर फूट-फूटकर रोईं श्रद्धा कपूर, ये था दोनों के बीच का रिश्ता

अभी दो दिन पहले ही भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का निधन हो गया। ये खबर सुनकर हर कोई उनके अंतिम दर्शन करना चाहता था। उनकी अंतिम यात्रा में उनकी बहन, भाई और भतीजे हर कोई शामिल हुआ। पर, लोगों की नजरें श्रद्धा कपूर पर टिक गई। दरअसल, श्रद्धा कपूर शुरुआत से लता मंगेशकर जी की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं। इससे पहले भी लता मंगेशकर संग श्रद्धा कपूर की आपने कई सारी फोटोज देखी होंगी। आइए आपको बताते हैं कि इन दोनों के बीच क्या रिश्ता है ?

जानें क्या है लता दीदी और श्रद्धा का रिश्ता

जानकारी के मुताबिक, लता मंगेशकर संग श्रद्धा कुछ मौकों पर नजर भी आई हैं तो कुछ मौकों पर उनके बारे में बात भी करती दिखी हैं। लता को श्रद्धा आजी कह कर बुलाती थीं और सोशल मीडिया पर श्रद्धा ने लता-आशा संग फोटोज भी शेयर की हैं। दरअसल श्रद्धा और लता रिलेटिव्स हैं। श्रद्धा, शक्ति कपूर और शिवांगी कोल्हापुरे की बेटी हैं। श्रद्धा के नाना पंडित पंधारिनाथ कोल्हापुरे लता मंगेशकर के पहले चचेरे भाई थे। लता को श्रद्धा अपनी इंस्पिरेशन मानती हैं और खुद भी उन्हें संगीत से खासा लगाव है। लता से मिलने श्रद्धा उनके घर भी जाती रहती थीं।

बीती 6 फरवरी, 2022 को लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।लता दीदी के अंतिम संस्कार के दौरान एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर भी नजर आईं। श्रद्धा काफी इमोशनल नजर आ रही थीं और उनकी आंखें नम थीं। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया और 2 दिन का राष्ट्रीय शोक भी रखा गया। शाहरुख खान, आमिर खान, अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, अनुपम खेर, जावेद अख्तर समेत कई सारे स्टार्स ने उनके अंतिम दर्शन किए। शिवाजी मैदान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल थे।

कब हुआ था स्वर कोकिला का जन्म

बता दें कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां हुआ था। भारत रत्न के सम्मानित लता ने अपनी आवाज और अपनी सुर साधना से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल कर ली थी और विभिन्न भाषाओं में गीत गाए। लता जी ने जब 1947 में फ़िल्म “आपकी सेवा में” गीत गाया तब उन्हें पहली बार पहचान मिली थी। इस गीत के बाद तो आपको फ़िल्म जगत में एक पहचान मिल गयी और एक के बाद एक कई गीत गाने का मौक़ा मिला। लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गीतों को अपनी आवाज दी है। लता मंगेशकर को गायिकी क्षेत्र में अतुल्य योगदान देने के लिए भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड सहित कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है।

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