प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने एक कार्यक्रम में कहा कि जब दुनिया में स्लोडाउन की बात होती है, तब भारत ग्रोथ की कहानी लिख रहा होता है। उन्होंने बताया कि भारत आत्मविश्वास और भरोसे का स्तंभ बनता जा रहा है, जबकि दुनिया में अनिश्चितता और विभाजन की स्थिति है। मोदी ने यह भी कहा कि हाल ही में आए क्वार्टर-2 के जीडीपी आंकड़े दर्शाते हैं कि देश की आर्थिक वृद्धि 8% से अधिक रही है, जो सिर्फ संख्या नहीं बल्कि मजबूत माइक्रोइकोनॉमिक संकेत है।
भारत ग्लोबल इकोनॉमी का ग्रोथ ड्राइवर
प्रधानमंत्री ने जीडीपी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि यह संकेत है कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि जब वैश्विक ग्रोथ 3% के आसपास और जी-7 की अर्थव्यवस्था 1.5% के आसपास है, तब भारत की वृद्धि दर इससे कहीं अधिक है। मोदी ने यह भी कहा कि देश में महंगाई पर पहले चिंता होती थी, लेकिन अब यह कम हुई है। उनका कहना था कि यह बदलाव पिछले दशक में देश में आए मौलिक सुधारों का परिणाम है।
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पूर्वी भारत में अभूतपूर्व निवेश
पीएम मोदी ने पूर्वी भारत, नॉर्थईस्ट, छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश और विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक देश के इस अनटैप्ड पोटेंशियल का पूरा लाभ नहीं लिया गया, लेकिन अब इसे अवसर मिल रहे हैं। छोटे शहर स्टार्टअप और एमएसएमई के केंद्र बन रहे हैं, गांवों और टियर-2, टियर-3 शहरों में आधुनिक सुविधाएं विकसित हो रही हैं। मोदी ने यह भी कहा कि नारी शक्ति और युवा शक्ति देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
भारतीय स्पेस सेक्टर में नया युग
प्रधानमंत्री ने भारतीय स्पेस सेक्टर के उदाहरण के माध्यम से बताया कि जब नए अवसर मिलते हैं और रुकावटें हटती हैं, तो युवाओं के लिए नई संभावनाएं खुलती हैं। उन्होंने कहा कि स्पेस सेक्टर में पहले सरकारी नियंत्रण था, लेकिन अब इसे प्राइवेट सेक्टर के लिए खोला गया है। हाल ही में हैदराबाद में प्राइवेट स्पेस कंपनी स्काईरूट के इन्फिनिटी कैंपस का उद्घाटन हुआ, जो हर महीने रॉकेट बनाने की क्षमता पर काम कर रही है। पीएम मोदी ने इसे देश में वास्तविक आर्थिक और तकनीकी ट्रांसफॉर्मेशन का उदाहरण बताया।



















































