‘कफ सिरप बनाने वालों पर एक्शन क्यों नहीं?…’, मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल ने जारी किया वीडियो

Cough Syrup Case: नशीली कफ सिरप कारोबार के मुख्य आरोपी बताए जा रहे शुभम जायसवाल (Shubham Jaiswal) ने ईडी (ED) की सख्ती बढ़ते ही एक वीडियो जारी कर सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वह केवल कफ सिरप का सप्लायर है और उसके खिलाफ चल रहा दुष्प्रचार गलत और भ्रामक है।

मेरे सिरप से बच्चों की मौत का दावा झूठा: शुभम जायसवाल 

शुभम जायसवाल ने वीडियो में कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में जिन बच्चों की मौत का मामला सामने आया, उसमें उनकी सप्लाई की गई दवा का कोई संबंध नहीं है।उनके अनुसार, जो कफ सिरप वह सप्लाई करते थे, वह सिर्फ वयस्कों के लिए लाइसेंस प्राप्त दवा थी।बच्चों की मौत पीडियाट्रिक सिरप पीने से हुई थी, जो पूरी तरह अलग श्रेणी की दवा है।उन्होंने ‘फैंसडल कफ सिरप’ के दस्तावेज दिखाते हुए दावा किया कि यह एक मल्टीनेशनल कंपनी एबर्ट हेल्थकेयर की सामान्य दवा है और न तो यह प्रतिबंधित है, न जहरीली और न ही नारकोटिक श्रेणी में आती है।

गलत दवा दिखाकर मुझे फंसाया जा रहा है: शुभम जायसवाल 

शुभम का कहना है कि झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी अन्य लोगों को बचाने के लिए उन्हें निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस सिरप को बच्चों की मौत का कारण बताया जा रहा है, वह बच्चों के लिए बनाई गई अलग दवा है, जबकि उनकी सिरप वयस्कों के लिए थी।

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राजनीतिक संबंधों से इनकार

वीडियो में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी किसी भी राजनीतिक दल या नेता से न कोई व्यापारिक रिश्ता रहा है और न व्यक्तिगत। एक बाहुबली पूर्व विधायक के साथ उनकी तस्वीर पर उठ रहे सवालों को भी उन्होंने निराधार बताया।

अधिकारियों पर गंभीर आरोप

जायसवाल ने दावा किया कि नारकोटिक्स विभाग और ड्रग डिपार्टमेंट के कुछ अधिकारी उनसे पैसे की मांग कर रहे थे। अपने ऊपर हो रही कार्रवाई को उन्होंने इसी का परिणाम बताया। उनके मुताबिक, अगर दवा में खामी है तो कार्रवाई पहले दवा बनाने वाली कंपनी पर होनी चाहिए। लेकिन जांच सिर्फ उन्हीं के खिलाफ चल रही है, जो संदेह पैदा करता है।

100 करोड़ का माल बेचा, पर सब दस्तावेजों के साथ

उन्होंने माना कि वे करीब 100 करोड़ रुपये का कफ सिरप बेच चुके हैं, लेकिन यह काम पूरी तरह वैध दस्तावेजों के साथ किया गया था।उन्होंने कहा कि कंपनी ने उन्हें जैसे माल दिया, उन्होंने वैसे ही आगे सप्लाई किया।उन्होंने कहा,हम खरीदारों से यह पूछने के लिए बाध्य नहीं हैं कि वे सिरप का उपयोग कैसे करते हैं ।

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मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की अपील

वीडियो के अंत में शुभम जायसवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया कि उनकी बातों की भी निष्पक्ष जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस से डर लग रहा है, इसलिए वह सामने नहीं आ रहे, लेकिन किसी भी तरह का अवैध काम करने का दावा उन्होंने खारिज किया।

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