जहां एक तरफ लगातार सीएम योगी और डीजीपी डीएस चौहान पुलिसकर्मियों से जनता से शालीन रहने की अपील कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ पुलिसकर्मी उन्हीं की मेहनत पर पलीता लगा रहे हैं। मामला यूपी के कासगंज जिले का है, जहां एसपी ऑफिस में तैनात एक पुलिसकर्मी पर एक प्रेस वाले ने गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं दूसरी तरफ विवाद ने बाद पुलिसकर्मी की पत्नी ने प्रेस वाले समेत उसके परिवार पर भी केस दर्ज कराया है। प्रेस वाले ने पुलिसकर्मी और उसकी पत्नी सहित दो अन्य पुलिस कर्मियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, कासगंज जिले के एसपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मी संजीव कुमार की पत्नी का प्रेस कराने को लेकर विवाद हो गया था। पुलिसकर्मी की पत्नी ने कॉलोनी में ही प्रेस करने वाले पंकज सहित उनके परिवार के छह सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। मामले में आरोपी बनाए गए पंकज का कहना है कि पुलिसकर्मी संजीव और उसकी पत्नी कपड़ों को मुफ्त में प्रेस कराने और धोने के लिए दबाव बनाते हैं। उनके खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवा दिया।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने 12 जुलाई को उनको हिरासत में ले लिया, लेकिन बाद में छोड़ दिया। पंकज ने ये भी आरोप लगाया है कि रात के समय पुलिसकर्मी संजीव कुमार और उनकी पत्नी दो अन्य पुलिसकर्मियों के साथ उनके घर पर आए। पंकज की पत्नी के साथ मारपीट करते हुए अभद्रता की। जब इसकी शिकायत की तो पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं सुनी और भगा दिया। हालांकि उसने पुलिस का अलग ही बयान सामने आया है।
प्रेस वाले ने नहीं दी तहरीर
मामले के बारे में बताते हुए कोतवाली प्रभारी सिद्धार्थ सिंह तोमर का कहना है कि पुलिसकर्मी की पत्नी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि पंकज पक्ष की ओर से कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी गई है। पुलिस द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही खुलासा करके असली आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
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