माफिया अतीक अहमद के भाई (Atique Ahmed Brother) पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ (Ashraf) के खिलाफ एक मुकदमे में गोरखपुर से गवाही देने एमपी/एमएलए कोर्ट आए दारोगा नित्यानंद (Sub Inspector Nityanand) को छत से नीचे फेंकने का प्रयास किया गया। यह घटना बीते 16 नवंबर की बताई जा रही है। घटना के अगले दिन पुलिस से इसकी शिकायत की गई। कर्नलगंज पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।
अशरफ के खिलाफ दर्ज मुकदमे की दारोगा ने की थी जांच
दरअसल, गोरखपुर में तैनात दारोगा नित्यानंद की कुछ साल पहले धूमनगंज थाने में तैनाती थी। पूर्व विधायक अशरफ के खिलाफ दर्ज रंगदारी के मुकदमे की दारोगा नित्यानंद ने जांच की थी। उस वक्त अशरफ पर एक लाख रुपए का इनाम था। कोर्ट के आदेश पर अशरफ के घर की धूमनगंज पुलिस ने मुनादी कराई थी। इसके बाद भी अशरफ के हाजिर नहीं होने पर उसके खिलाफ कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था।
इसी मुकदमे में 16 नवंबर को एमपी/एमएलए कोर्ट में पेशी थी। दारोगा नित्यानंद धूमनगंज थाने के पेशकार के साथ कोर्ट गए थे। बयान के बाद वह सीढ़ी से नीचे उतर रहे थे। आरोप है कि पीछे से पूर्व फौजी लालजी तिवारी उर्फ पिंटू साथियों के साथ पहुंच गया और फिर दूसरी मंजिल से दारोगा नित्यानंद को ढकेल कर नीचे गिराने की कोशिश की। हालांकि, वहां मौजूद अधिवक्ता रणविजय समेत अन्य की मदद से दारोगा की जान बची।
पूर्व फौजी ने दारोगा को लेकर कही ये बात
वहीं, इस मामले में पूर्व फौजी लालजी तिवारी उर्फ पिंटू तिवारी ने सफाई देते हुए कहा कि दारोगा नित्यानंद झूठा आरोप लगा रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने कर्नलगंज पुलिस को साक्ष्य सौंपने का दावा किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने बैंक की जमीन को अपना बताकर उन्हें बैनामा कर दिया और 36 लाख रुपए हड़प लिए।
ठगी का शिकार होने पर उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन विवेचक दारोगा नित्यानंद ने आरोपी से मिलकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी। 16 नवंबर को अचानक से दारोगा एमपी/एमएलए कोर्ट के सामने मिल गए, कोई विवाद नहीं हुआ था। वहीं, मामले में कर्नलगंज इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।