उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज स्थित नगर पालिका में एक कॉलेज कर्मचारी के मृत्यु प्रणाम पत्र बनवाने को जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, मृतक की पत्नी का आरोप है कि नगर पालिका वाले कोरोना से मौत होने के बावजूद प्राणमान पत्र में इसका जिक्र नहीं कर रहे हैं। जबकि मृतक की सभी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव हैं। ऐसे में उनके परिजनो का आरोप है कि नगर पालिका वाले उन्हे प्रमाण पत्र के नाम पर भटका रहे हैं।
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, कायमगंज में बृजेश कुमार पुत्र रामेश्वर दयाल निवासी पृथ्वी दरवाजा की मौत तीस अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण से हुई लेकिन नगर पालिका द्वारा कोरोनावायरस से मौत का सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है। पहले उनका इलाज जिले के लोहिया अस्पताल में हो रहा है, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली ले जाया गया था। कोवीड से मौत के बावजूद नगर पालिका साधारण मौत का सर्टिफिकेट दे रही है। मृतक के परिवारिजन पूरे प्रमाण देने को तैयार हैं कि मौत कोरोना वायरस हुई है और कायमगंज में ही हुई है। वहीं दूसरी तरफ नगरपालिका मानने को तैयार नहीं है।
जमकर कटा हंगामा
वहीं मृतक बृजेश की साली राधा नगर पालिका ईओ पर आरोप लगा रही है कि मुझे कई दिनों से यहां पर दौड़ाया जा रहा है। कोरोना वायरस मौत का सर्टिफिकेट ना दे कर नॉर्मल मौत का सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। इसी नोकझोंक के बीच मृतक के स्वजनों की ओर से आरोप लगा कि कर्मचारी दस हजार रुपये मांग रहा है, व उसने परिवार की महिला से उसका पर्सनल मोबाइल नंबर मांगा। इस पर हंगामा होने लगा।
इनपुट : अभिषेक गुप्ता
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