उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (Muslim Rashtriya Manch) से जुड़ी महिलाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के पक्ष में सीधे मोर्च संभालेंगी। मुस्लिम समाज के लोगों को मुख्य धारा में लाने के केंद्र की नरेंद्र मोदी व राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा बिना पक्षपात के सबके विकास वाली योजनाओं का जिक्र करते हुए उनसे भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की जाएगी।
इस मुहिम में मुस्लिम महिलाओं को केंद्र में रखा जाएगा। इसी तरह विपक्षी दलों के तीन तलाक कानून और लड़कियों की शादी की उम्र को 21 वर्ष करने जैसे केंद्र की कोशिश पर लड़कियों के ‘आवारा हो जाने’ जैसे लांछन वाले बयानों को भी आगे रखा जाएगा।
हरियाणा भवन में एमआरएम के मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यूपी समेत अगले वर्ष सात राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर व्यापक रणनीति बनी। उत्तर प्रदेश के मतदाताओं में अल्पसंख्यक समाज की हिस्सेदारी तकरीबन 20 प्रतिशत है।
एमआरएम पदाधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति मुस्लिम महिलाओं का स्नेह जगजाहिर है। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले चार प्रतिशत अधिक मतदान किया था। उसमें भी मुस्लिम महिलाएं आगे थीं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के साथ चुनावी मैदान में हैं। इस नारे पर चुटकी लेते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि लड़ने से लड़ने-झगड़े का भान होता है। मुकाबला करूंगी रहता तो अच्छा रहता।
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