महिला आरक्षण बिल को राज्यसभा से मिली मंजूरी, पक्ष में 214 वोट, विरोध में शून्य

महिला आरक्षण बिल पास (Women Reservation Bill 2023) होने के बाद सदन का विशेष सत्र गुरूवार को समाप्त हो गया. इसी के साथ लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. सदन का यह विशेष सत्र सोमवार 18 सितंबर को बुलाया गया था. पहले दिन की कार्रवाई पुराने संसद भवन में ही हुई थी. वहीं मंगलवार 19 सितंबर को नए सदन में कार्रवाई शुरू हुई. इस दौरान पहले दिन ही लोकसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पेश किया गया. इस बिल पर 19 और 20 सितंबर को बहस हुई और बुधवार को यह 454 वोटों के साथ पारित हो गया.

राज्यसभा सभापति ने दी बधाई

बिल पास होने पर उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने सभी को बधाई दी और साथ ही कहा कि ये संयोग ऐसा है कि हिंदू रीति विधि के अनुसार आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है. मैं उन्हें बधाई देता हूं.

पीएम मोदी ने बताया ऐतिहासिक कदम

पीएम मोदी ने इस बिल के पारित होने पर कहा कि हमारे देश की लोकतांत्रिक यात्रा में ये एक निर्णायक क्षण है. 140 करोड़ भारतीयों को बधाई. मैं उन सभी राज्यसभा सांसदों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए वोट किया. इस तरह का सर्वसम्मत समर्थन वास्तव में खुशी देने वाला है. इसी के साथ, हम भारत की महिलाओं के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सशक्तिकरण के युग की शुरुआत करते हैं. ये ऐतिहासिक कदम यह सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता है कि उनकी आवाज को और भी अधिक प्रभावी ढंग से सुना जाए.

बिल पेश करते हुए क्या बोले अर्जुन राम मेघवाल? 

राज्यसभा में केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 पेश किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये बिल महिला सशक्तीकरण से संबंधित है और इसके कानून बन जाने के बाद 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सदस्यों की मौजूदा संख्या 82 से बढ़कर 181 हो जाएगी. साथ ही विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीट आरक्षित हो जाएंगी.

उन्होंने कहा कि इसके तहत एससी-एसटी महिलाओं को भी आरक्षण मिलेगा. इसलिए जनगणना और परिसीमन महत्वपूर्ण हैं. जैसे ही विधेयक पारित होगा, जनगणना और परिसीमन होगा. यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है. कौन-सी सीट महिलाओं को जाएगी, ये परिसीमन आयोग तय करेगा. महिला आरक्षण बिल पर गुरुवार को राज्यसभा में लंबी चर्चा हुई.

सभी सांसदों का जताया आभार

राज्यसभा में बिल पर वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बिल से देश के लोगों में एक नया विश्वास पैदा होगा. सभी सदस्यों और राजनीतिक दलों ने महिलाओं को सशक्त बनाने और नारी शक्ति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. नारी शक्ति को एक विशेष सम्मान सिर्फ विधेयक पारित होने से मिल रहा है. ऐसा नहीं है बल्कि इस विधेयक के प्रति देश के सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच होना, ये हमारे देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देने वाली है. मैं सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करता हूं.

Also Read: वाराणसी: रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के बाद अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भी दिखेगी भगवान शिव व काशी की झलक

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )