कहते हैं जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते उसे हम तस्वीर के जरिए आसानी से समझा सकते हैं. पिछले एक दशक से फोटोग्राफी को विश्व स्तर पर सराहा जा रहा है हालांकि इसका इतिहास पुराना है, वर्ल्ड फोटोग्राफी डे (World Photography Day) के दिन साल 2010 में वैश्विक फोटो गैलरी की शुरुआत की गई थी, जहां 250 से अधिक फोटोग्राफर्स ने इस अद्भुत आर्ट के बारे में अपने विचार साझा किए थे, 100 से ज्यादा देशों ने ऑनलाइन गैलरी पर विजिट किया था. फोटोग्राफी एक कला है जिसमें स्किल और ढेर सारा धर्य चाहिए होता है.

वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर हम आपको यूपी के एक ऐसे फोटो जर्नलिस्ट (Photo Journalist) के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तैरती हैं. हम बात कर रहे हैं लखनऊ के फोटो जर्नलिस्ट आशीष रमेश पांडेय (Ashish Ramesh Pandey) की, जिन्होंने बेहद कम समय में इस फील्ड में नाम बनाया है. कान्हा की नगरी मथुरा में क्लिक की गई आशीष पांडेय की एक तस्वीर ने ढेर सारी सुर्खियां बटोरी थी, ये तस्वीर होलिका दहन के समय एक गांव के परंपरा की है जिसमे कुछ लोग धधकती हुई आग की लपटों को चीरते हुए दूसरी तरफ से बाहर निकल जाते हैं. आशीष बताते हैं कि इस एक 5 सेकेंड के खेल को अपने कैमरे में कैद करने के लिए मैं शाम 6 बजे से जगह तलाश रहा था जो रात में 9 बजे मिली और ठंड की रात में सुबह 5 बजे इस 5 सेकेंड की एक्टिविटी को कैद किया. एक परफेक्ट शॉट के लिए लगन और धैर्य होना बहुत ज़रूरी होता है.

बतौर एक फोटो जर्नलिस्ट कैरियर की शुरुवात करते समय आशीष पांडेय शायद ही सोचा होगा, कि एक छायाकार की तरह उनके काम को इतना पसंद किया जाएगा. आशीष ने उस वक़्त मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा जिस समय बहुत कम पैसे में काम करना होता था, लेकिन अपने काम के प्रति जुनून और समर्पण ही है जिसने उन्हें कभी पीछे हटने नहीं दिया. अपनी तस्वीरों से इन्होंने बहुत से अवॉर्ड्स अपने नाम किए, जिसमें संस्था द्वारा दिए जाने स्पेशल कैटेगरी अवॉर्ड्स भी शामिल हैं. उनका पत्रकारिता का सफर 2011 में शुरू हुआ और 2018 के अंत तक वे मुख्यधारा की पत्रकारिता से जुड़े रहे.

मीडिया के क्षेत्र में काम करते हुए आशीष पांडेय ने कई बड़े स्टिंग ऑपरेशन किए, जिसमें लखनऊ में अवैध रूप से चल रहा ड्रग्स का कारोबार रहे लोगों का भंडाफोड़ जहां इन्होंने लोगों की जिंदगी बर्बाद करने वाले स्मैक गांजा सप्लाई करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया. साथ ही मसाज पार्लर की आड़ में जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़ कर प्रदेश लेवल की ख़बर का नाम इन्ही के नाम है. आशीष बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं. पत्रकारिता के साथ ही वे थियेटर ग्रुप से भी जुड़े रहे और कई सारे रंगमंच का हिस्सा बने रहें. उनके किरदार आज भी जीवंत है, चाहे वो उनका पहला किरदार ‘गांधी जी’ का हो या फिर सीमा पर खड़े हमारे ‘वीर जवानों’ का सफर.

असल जीवन हो या रंगमंच, आशीष ने हर किरदार पूरी ईमानदारी से जिया है. आशीष पांडेय जो अपने कार्यक्षेत्र में आशीष रमेश (Ashish Ramesh) के नाम से जानें जाते हैं, सोशल मीडिया का जाना माना नाम है, उनके द्वारा ली गई तस्वीरों को कई बार सम्मानित भी किया गया है. लगभग 9 साल का समय पत्रकारिता में देने के बाद, एक फोटोग्राफर के तौर पर शुरू हुआ कैरियर अब वे बतौर फ्रीलांस फोटोग्राफर की तरह आगे बढ़ा रहे हैं. प्रयागराज में हुए कुंभ से लेकर, अयोध्या दीपोत्सव जैसे आयोजनों को बड़े स्तर पर अपने कैमरे में कैद कर इन्होंने मिसाल कायम की है.

आशीष ने बतौर फ्रीलांस कैरियर की शुरुवात, अयोध्या में दीपोत्सव से की. इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आशीष ने अयोध्या दीपोत्सव 2017, 2018, 2019 में उत्तरप्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के लिए काम किया. चित्रकूट की देव दीपावली 2018, 2019 में उत्तरप्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के लिए काम किया. वाराणसी के देव दीपावली 2019 में उत्तरप्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के लिए काम किया. 2019 के कुंभ के लिए भी यूपी सरकार के लिए काम किया जिसकी कॉफ़ी टेबल बुक में फोटोज़ हैं. जिसे खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया है.

उन्होंने उत्तरप्रदेश पुलिस की कुम्भ मेला पुलिस के लिए कुम्भ 2019 में काम किया, जिसे पूरे प्रदेश के पुलिस डिपार्टमेंट ने बहुत पसंद किया और उससे पुलिसकर्मियों का मनोबल भी बढ़ा. मथुरा में होने वाले कृष्ण उत्सव 2018, 2019 में उत्तरप्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के लिए भी इन्होंने काम किया. साथ ही उत्तरप्रदेश के कई जिलों में सरकार के विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर आज भी आशीष काम कर रहे हैं.

इसके साथ ही अब तक लगभग पूरे उत्तर प्रदेश को अपने कैमरे से दुनिया के सामने ला चुके आशीष का सफर यहीं नहीं रुकता, उनके द्वारा खींची गई तस्वीरों को भारत के सबसे बड़े सोशल मीडिया पेजेस ने सराहा है. साथ ही इनका काम अतुल्य भारत (इनक्रेडिबल इंडिया) की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है. उनकी फोटोज़ को कई सारी फोटो एग्जीबिशन में भी प्रदर्शित किया गया है.

पिछले कुछ समय से आशीष उत्तर प्रदेश टूरिज्म के लिए काम कर रहे हैं जिसमें उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश का सफर तय किया है. चाहे मथुरा बरसाने की होली हो या अयोध्या की दीवाली कुछ भी उनसे अछूता नहीं है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के हर खूबसूरत हिस्से को अपने कैमरे से दुनिया के सामने पेश किया है. इसके साथ ही आशीष रमेश वाइल्ड लाइफ, स्ट्रीट, इवेंट्स फोटोग्राफी आदि में विशेष कौशल रखते हैं. इन्हें अपनी तस्वीरों के जरिए एक खास पहचान मिली और आगे भी इसी तरह वे अपने लेंस से लोगों को दुनिया का दूसरा पहलू दिखाने का सामर्थ्य रखते हैं.
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