यूपी की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने गेहूं खरीद (Wheat Procurement) में अपना ही रिकार्ड तोड़ दिया है. प्रदेश के क्रय केन्द्रों से मंगलवार को 12 लाख से अधिक किसानों से 53.80 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है जबकि यूपी के इतिहास में सर्वाधिक 52.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. सरकार की ओर से किसानों को 10626.91 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने किसानों को राहत देते हुए गेहूं खरीद की तिथि बढ़ा कर 20 जून कर दी है. अभी क्रय केंद्रों से 15 जून तक गेहूं की खरीद की जाना थी.
योगी सरकार गेहूं ने खरीद में नया कीर्तिमान बना दिया है. यूपी के इतिहास में अब तक 2018-19 किसानों से सर्वाधिक 52.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. वहीं, योगी सरकार ने मंगलवार को 1216821 किसानों से 53.80 लाख मीट्रिक गेहूं की खरीद कर चुकी है. साथ ही किसानों को भुगतान करने में भी योगी सरकार पिछले सरकारों से काफी आगे है. मुख्यमंत्री ने 72 घंटों में किसानों शेष बचे किसानों के भुगतान करने का निर्देश दिया है.
प्रदेश की योगी सरकार किसानों को लगातार राहत देने में जुटी हुई है. यूपी में एक अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू की गई है. गेहूं खरीद के लिए सरकार ने प्रदेश में 5612 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं. जहां पर 15 जून तक गेहूं क्रय किया जाना था. मुख्यमंत्री ने सोमवार को किसानों का राहत देते हुए विभाग को निर्देश दिए हैं कि क्रय केन्द्रों से पहले की तरह किसानों से 20 जून तक गेहूं की खरीद जारी रखी जाए. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बरसात में भंडारण गोदाम एवं क्रय केंद्रों में गेहूं की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाने को कहा है.
मंडियों में किसानों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए केन्द्रों पर ऑक्सीमीटर, इफ्रारेड थर्मामीटर व सेनीटाइजर की व्यवस्था की गई है. किसानों के प्रति सरकार की बेहतर नीतियों के जरिए ही किसानों को उनके खेत से 10 किमी के दायरे के भीतर ही अनाज खरीद की सुविधा योगी सरकार द्वारा दी जा रही है.
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