उत्तर प्रदेश के इतिहास में जो आज तक नहीं हुआ, वो योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार में होने जा रहा है. राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कोई सरकार किसी मंदिर में मंत्रिमंडल की बैठक करने जा रही है. जी हां! सूबे की योगी सरकार की मंत्रिमंडल की बैठक 16 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में होगी. इस बैठक में सीएम योगी के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ दिनेश शर्मा के साथ ही अन्य मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की ड्रीम परियोजना काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन होना है. खुद पीएम मोदी इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण करेंगे. इस दिन को विशेष बनाने के लिए योगी सरकार के साथ ही अधिकारियों और भाजपा संगठन ने खास योजना तैयार की है. इस कार्यक्रम को भाजपा जन जन तक पहुंचाने का कार्यक्रम बना रही है. किन्तु चुनाव से पहले पूर्वांचल को साधने के लिए योगी सरकार काशी विश्वनाथ धाम में मंत्रिमंडल की बैठक कर एक बड़ा सन्देश देना चाहती है.
अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ
14 दिसंबर को बीजेपी शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ धाम में बैठक करेंगे और विश्वनाथ की इस नई काशी से सामाजिक समरसता, अखंडता और एकता का संदेश देंगे. इस कार्यक्रम में सीएम के साथ सभी राज्यों के डिप्टी सीएम भी मौजूद रहेंगे. अभी जो कार्यक्रम तय हो रहा है, उसके मुताबिक, 13 और 14 दिसंबर को प्रधानमंत्री का दौरा पूरा होने के बाद 16 दिसंबर को यूपी सरकार की कैबिनेट मीटिंग होगी. जिसमे सभी कैबिनेट मंत्री बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के बाद धाम परिसर में ये कैबिनेट मीटिंग होगी.
इस मीटिंग को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. सुरक्षा के लिहाज से भी यहां पुलिस अफसर मसौदा तैयार कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि अब तक यूपी के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है, जब पूरी कैबिनेट लखनऊ छोडकर कहीं किसी मंदिर में पहुंचे और वहां मीटिंग हो.
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