उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कमर कस ली है। यही वजह है कि राज्य सरकार आज (शनिवार) से प्रदेश में मिशन रोजागर (Mission Employment) शुरू करने जा रही है। इसके तहत 50 लाख युवाओं को रोजगार देने का टारगेट रखा गया है। कहा जा रहा है कि रोजगार के नजरिए से प्रदेश के इतिहास में यह इकलौता और सबसे बड़ा अभियान है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार पूरे प्रदेश में 5 दिसंबर से मिशन रोजगार अभियान की शुरूआत करेगी। अभियान के तहत प्रदेश में स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण और अप्रेन्टिसशिप के जरिए युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। मिशन रोजगार के तहत राज्य सरकार की योजना इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 50 लाख युवाओं को रोजगार देने की है।
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मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने इसके लिए राजस्व परिषद, कृषि उत्पादन आयुक्त, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, समस्त अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, समस्त विभागाध्यक्ष, मण्डलायुक्त और जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
अभियान की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि इस मिशन रोजगार के अन्तर्गत प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, निगमों, परिषदों, बोर्डों और प्रदेश सरकारके विभिन्न स्थानीय निकायों, विकास प्राधिकरण और औद्योगिक विकास प्राधिकरण शामिल किया जाएगा।
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इसके अलावा प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार, स्वरोजगार के सृजन के साथ ही कौशल प्रशिक्षण और अप्रेन्टिसशिप,भूमि आवंटन, विभिन्न प्रकार के लाइसेन्स और अनुमतियों के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार, स्वरोजगार के अवसरों का सृजन किये जाने का अभियान चलाया जायेगा।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर विभाग, संगठन, प्राधिकरण के कार्यालयों में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। इस हेल्प डेस्क पर उस विभाग से संबंधित रोजगार, स्वरोजगार और कौशल विकास प्रशिक्षण से जुड़े कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। इस अभियान के अंतर्गत मिलने वाले रोजगार का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इसके लिए एक ऐप और पोर्टल भी विकसित किया जाएगा। प्रशासकीय विभागों के अन्तर्गत सभी निदेशालय, निगम, बोर्ड, आयोग आदि अपने विभाग के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करेंगे।
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