यूपी पुलिस (UP Police) के पुलिसकर्मियों के लिए बहुत बुरी खबर है. जहां शुक्रवार को योगी सरकार (Yogi Government) के आदेशानुसार 22 पुलिसकर्मियों को समय से पहले जबरन सेवानिवृत्त (Retired) कर घर भेज दिया गया. इन सभी के खिलाफ 10 से अधिक दंडात्मक कार्रवाई हो चुकी थी, सभी की उम्र 50 से ज्यादा है. ये सिपाही और हेड कांस्टेबल पद पर थे. इनमें सबसे ज्यादा 9 पुलिसकर्मी मथुरा (Mathura) जिले के हैं. आगरा (Agra) के 4, फिरोजाबाद (Firozabad) के 6 और मैनपुरी (Mainpuri) के 3 पुलिसकर्मी शामिल हैं. माना जा रहा है कि और भी ऐसे पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है, स्क्रीनिंग कमेटी जांच कर रही है.
सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गृह विभाग को निर्देश दिए थे कि दागी पुलिसकर्मियों की छुट्टी कर दी जाए. इसी पर आगरा (Agra) रेंज के चारों जिलों में स्क्रीनिंग कमेटी ने 50 से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मियों की सूची बनाई. उन्हें अब तक की सर्विस में मिले दंड की संख्या देखी गई.
दरअसल, जिनकी चरित्र पंजिका लाल रंग से रंगी थी, उन्हें जबरन सेवानिवृत्त किया गया. इनमें से कई पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे. जांच के बाद इन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई थी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन पुलिसकर्मियों को भी इसमें शामिल किया जो ठीक से काम नहीं कर पा रहे थे. पिछले 2 सालों में जितने पुलिसकर्मी लूट में जेल गए हैं, उनकी सूची पहले ही शासन को जा चुकी है, इन पर अभी निर्णय नहीं हो पाया है. इनमें आगरा के 4 पुलिसकर्मी शामिल हैं.
आगरा रेंज के आईजी ए सतीश गणेश ने बताया कि योगी सरकार (Yogi Government) के निर्देश पर गठित स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट पर रेंज के 22 पुलिसकर्मियों को समय पूर्व सेवानिवृत्त कर दिया गया है.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )