उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi government) कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवाओं को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के जरिए रोजगार देने की बड़ी तैयारी कर रही है। यूपी सरकार के प्रवक्ता और एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि आत्मनिर्भर योजना के तहत प्रदेश के 15 से 15 लाख लोगों को रोजगार (Employment to 15 lakh people) देने की तैयारी की जा रही है।
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि अनलॉक वन शुरू होने से लेकर अबतक एमएसएमई की नई इकाइयों को 12.5 करोड़ रुपए का लोन बांटा जा चुका है। उन्होंने कहा है कि सरकार का टारगेट है कि 31 मार्च 2021 तक 20 लाख नई इकाइयों को खड़ा करने के लिए लोन उपलब्ध कराया जाएं।
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उन्होंने कहा है कि बैंकों के जरिए इन नई 20 लाख इकाईयों को लगभग 50 हजार करोड़ का लोन मुहैया कराया जाएगा, जिससे 14 से 15 लाख रोजगार के नये अवसरों का सृजन होगा और बेरोजगार नौजवानों को इसका सीधे तौर पर लाभ भी मिल सकेगा। उनके मुताबिक इसके तहत कई योजनाओं के जरिये लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ा जा सकेगा।
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विश्वकर्मा सम्मान योजना, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी योजनाओं में जहां पहले बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जाता है और उन्हें टूल किट प्रदान की जाती है। वहीं, उन्हें अब मुद्रा योजना से जोड़कर आत्म निर्भर बनाने की भी कोशिश की जा रही है।
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