बंगाल में ममता बनर्जी पर गरजे अमित शाह, पढ़ें भाषण की खास बातें

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कोलकाता के मायो रोड पर पार्टी की रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एनआरसी से लेकर राज्य पंचायत चुनावों तक के मुद्दों पर विपक्षी दलों और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर जम कर हमला बोला।

 

 

‘युवा स्वाभिमान समावेश’ रैली में भारी तादाद में जुटी भीड़ को देखकर अमित शाह ने कहा- ‘रैली की भीड़ इस बात का संकेत है कि पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी का शासन खत्म होने जा रहा है।’

 

 

 

 

 

पढ़ें, अमित शाह के भाषण की खास बातें-

 

– शाह ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में लॉ एंड ऑर्डर खत्म कर दिया है. यहां अपराधियों का बोलबाला है, जब तक ममता बनर्जी को बंगाल से बेदखल नहीं किया गया, तब तक बीजेपी की 19 राज्यों में सरकार बेमानी है।

 

– अमित शाह ने कहा, ‘बीजेपी पश्चिम बंगाल की विरोधी कैसे हो सकती है, जबकि हमारी पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल से ही थे। बीजेपी बंगाल विरोधी नहीं, ममता विरोधी है।’

 

– बीजेपी की रैली में शाह ने कहा, ‘ममता सरकार जब से आई है, चारों ओर भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है, कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं, कारखाने बंद हो रहे हैं और बम बनाने के कारखाने खुल रहे हैं और अपराध के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. बीजेपी की सरकार ईमानदार, सख्त कानून व्यवस्था वाली और पश्चिम बंगाल को पुरानी सांस्कृतिक पहचान दिलाने वाली होगी।’

 

– बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ममता बनर्जी या राहुल गांधी की कोशिशों से एनआरसी की प्रकिया नहीं रुकेगी, उन्होंने कहा कि एनआरसी घुसपैठियों को भगाने के लिए है. असम में न्यायिक तरीके से इसे लागू किया जाएगा, न तो ममता बनर्जी इसे रोक सकती हैं और न ही राहुल गांधी।

 

– अमित शाह ने कहा कि एनआरसी को असम अकॉर्ड के तहत बनाया गया है, जो पूर्व पीएम राजीव गांधी ने किया था। तब कांग्रेस ने इसका विरोध नहीं किया, आज वोटबैंक के लिए कांग्रेस इसका विरोध कर रही है।

 

– अमित शाह ने कहा, ‘ममता जी के शासन में घुसपैठ नहीं रोका गया, तो पश्चिम बंगाल सलामत नहीं है। घुसपैठ रोकने का आसान तरीका एनआरसी है।’

 

– टीएमसी सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा, ‘हाल में हुए पंचायत चुनावों में विपक्षी उम्मीदवारों को उतरने ही नहीं दिया गया और उम्मीदवारों का निर्विरोध चुने जाने का भी रिकॉर्ड बना दिया। पार्टी के 65 कार्यकर्ताओं को मार दिया गया, इसके बावजूद पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।’

 

– उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टियां या तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की जनता ने मौका दिया लेकिन ये राज्य का विकास नहीं कर सके. केंद्र की ओर से दिए गए हजारों करोड़ रुपए के पैकेज को ‘भतीजे और सिंडिकेट की सरकार’ ने गांव के लोगों तक नहीं पहुंचने दिया।’

 

– बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘दुर्गा पूजा के दौरान दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन बंद कर दिया गया, स्कूलों में सरस्वती पूजा रोक दी गई. अगर बीजेपी की सरकार आई तो हर हाल में इन्हें किया जाएगा। अगर अगली बार दुर्गापूजा रोकी गई, तो बीजेपी के कार्यकर्ता ममता बनर्जी के सचिवालय की ईंट से ईंट बजा देंगे।’

 

बता दें कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र देश के करीब 70 फीसदी आबादी पर शासन कर रही भारतीय जनता पार्टी ने ‘मिशन बंगाल’ पर फोकस किया हुआ है, उसकी नजर 2019 के लोकसभा चुनाव पर है। बंगाल में शाह की दिलचस्पी बता रही है कि 42 लोकसभा क्षेत्रों वाले इस प्रदेश में असली सियासी संघर्ष बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच ही देखने को मिल सकती है, शाह ने 22 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, इसके लिए वह लगातार राज्‍य की यात्रा कर रहे हैं।