दिल्ली में मौसम ने फिर करवट ली है और गुरुवार सुबह से जमकर बारिश हो रही है, लेकिन दिल्ली में भीषण जाम की पुरानी कहानी फिर दोहराई गई। भारी बारिश के चलते एक बार फिर दिल्ली के साथ एनसीआर की सड़कों पर भीषण ट्रैफिक जाम लग गया है। कई जगहों पर तो सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है।
वहीं, सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में तीन मंजिला इमारत गिर गई, जिससे तीन लोग मलबे में दबने से बाल बाल बच गए। समय रहते हुए मकान से तीनों लोगों को बाहर निकाल लिया गया। गुरुवार की सुबह बारिश के कारण ग्रेटर नोएडा सूरजपुर के पास मुबारकपुर गांव में ईमारत पूरी तरह से धराशाई हो गई।
पीड़ित ओमपाल अपने परिवार के साथ मकान में रहते हैं। उनका कहना है कि ईमारत के पास बन रही कंपनी ने गड्ढा किया हुआ है, जिसमें पानी भरने से मकान की दीवार रोज़ कमजोर हो रही थी और गुरुवार को गिर गई। तत्काल प्रभाव से आसपास के लोगों ने ओमपाल के परिवार को सकुशल बाहर निकाल लिया उसके चंद मिनटों बाद ही तीन मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह देखते ही देखते जमीन में बिखर गई। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और गांव के लोग घर से सामान निकालने के रेस्क्यू कार्य में लगे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक कोई हताहत नहीं हुआ है। पिछले कुछ दिनों से गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में बिल्डिंग गिरने के मामले सामने आ चुके हैं। ग्रेटर नोएडा में हुए हादसे में 9 और गाजियाबाद में हुए हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
उधर, बारिश के चलते गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-4 स्थित वार्ता लोक सोसाइटी के सामने सड़क धंसने के बाद एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। जानकारी आ रही है कि फ्लैटों को खाली कराया जा सकता है। इससे इलाके में दहशत का माहौल है। वहीं दूसरी तरफ साहिबाबाद इलाके की अशोक वाटिका कॉलोनी में एक मकान का आधा हिस्सा गिर गया। गनीमत ये रही कि इन हादसों में किसी के हताहत होने की अभी तक कोई खबर नहीं है। इसके अलावा, नोएडा के सेक्टर-71 में निर्माणाधीन अस्पताल की दीवार गिरी। हालांकि, इसमें कोई घायल नहीं हुआ, मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
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