सीएम योगी ने बढ़ाया मनोबल, बदलते समय के साथ अपने आप को भी बदल रही है यूपी पुलिस

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इंदिरा भवन, लखनऊ में आरक्षी पुलिस प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण सत्र के शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से आरक्षी पुलिस प्रशिक्षुओं को संबोधित किया. सीएम योगी ने कहा कि वर्षों से पुलिस बल में विभिन्न पदों पर रिक्रूटमेंट की प्रक्रिया लंबित पड़ी थी. इसका प्रभाव पुलिस बल के दैनिक कार्यों, आमजन सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और अन्य दैनिक जीवन में किसी न किसी रूप से आमजन के कार्यों पर पड़ रहा था.

योगी ने कहा कि मार्च 2017 में जब हम लोगों ने प्रदेश के अंदर सत्ता संभाली तो प्रदेश की कानून व्यवस्था, प्रदेश के अंदर व्याप्त अराजकता, पुलिस और पब्लिक के बीच में अविश्वास का वातावरण और आमजन के अंदर असुरक्षा का भाव चुनौती थी.

सीएम योगी ने कहा, ‘मैं बधाई दूंगा कि पुलिस बल से जुड़े सभी अधिकारियों और आरक्षियों को, जिनके प्रयास से पिछले एक वर्ष से अधिक के अंतराल में उत्तर प्रदेश की छवि बदली है. पूरे देश के सामने प्रदेश की एक नई तस्वीर प्रस्तुत करने में इसी पुलिस बल ने एक बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है. प्रदेश में 1 लाख 60 हज़ार सिपाहियों की कमी के बावजूद पुलिस ने बेहतर काम किया.’

उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल में आरक्षीगणों का जो अनुपात होना चाहिए, उसकी कमी बनी हुई है. इस कमी को दूर करने के लिए ही हम लोगों ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है. 33 हजार से अधिक पुलिस बल के नए रिक्रूट आरक्षीगणों के प्रशिक्षण शुभारंभ का यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है.

‘समय के साथ बदलते अपराध को देखते हुए पुलिस भी बदल रही है’

सीएम योगी ने कहा कि मैं ट्रेनी सिपाहियों को शुभकामनाएं देने के लिए आया हूं. न्यायालय में पैरवी के बाद ये भर्ती संभव हुई है. पड़ोस के राज्यों में भी ये सिपाही ट्रेनिंग ले रहे हैं. देश में पहली बार वर्चुअल क्लास रूम से सिपाहियों की ट्रेनिंग की जा रही है. यही नहीं भर्ती से संबंधित सारी खरीद जेम पोर्टल के जरिए हुई. पुलिस में पारदर्शी तरीके से खरीद हो रही है. समय के साथ अपराध भी बदला है. पुलिस भी अपने आप को बदल रही है. आतंकी घटना से निपटने के लिए एटीएस को मजबूत किया जा रहा है. ऑर्गनाइज्ड क्राइम से निपटने के लिए एसटीएफ को मजबूत किया गया है. आपदा के समय पीएसी, एसडीआरएफ तैयार हैं. 8 फारेंसिक लैब हर जोन में खुली हैं. ट्रेनी सिपाही सौभाग्यशाली हैं, जिनका चयन हुआ है.

‘सफलता के लिए शॉर्टकट अपनाने का प्रयास न करें’

सीएम ने कहा कि कंप्यूटर के जानकार सिपाही साइबर में काम कर सकते हैं. सफलता के लिए शॉर्टकट अपनाने का प्रयास न करें. 16 महीने पहले प्रदेश में कोई निवेश की कल्पना भी नहीं करता था. पुलिस, प्रशासन, सरकार, जनता के बीच संवाद से माहौल सुधरा, प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था से निवेशक आ रहे हैं. महिलाओं से जुड़े अपराधों में परिवार से जुड़े लोगों की भूमिका भी सामने आती है. सरकार की अपेक्षा है कि मेहनत से ट्रेनिंग कर प्रदेश के लिए काम करें.

पहली बार सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेस से ली जा रही ट्रेनिंग में मदद: डीजीपी

इस मौके पर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि सीएम के निर्देशों पर सिपाहियों की भर्ती जल्द कराई गई. पहली बार सेंट्रल आर्म्ड फोर्स के लोग और सेंटर ट्रेनिंग में मदद कर रहे हैं. केरल, राजस्थान, उत्तराखंड में भी ट्रेनिंग हो रही है. इस बार ट्रेनिंग नए सिलेबस से हो रही है. कंप्यूटर साइंस, साइबर, डिजास्टर मैनेजमेंट, ट्रैफिक मैनेजमेंट ट्रेनिंग में शामिल 42 हज़ार सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है. अक्टूबर तक ये भर्ती पूरी हो जाएगी.

डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि 34 हज़ार सिपाहियों की ट्रेनिंग आज से शुरू हो गई है. 42 हज़ार सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है. 2019 के जनवरी में 35 हज़ार सिपाहियों की भर्ती आ रही है.