मुस्लिम बाहुल्य इलाके में कांवड़ियों को जलाभिषेक से रोका गया, धरने पर बैठे कांवड़िये

बरेली: सावन के आखिरी सोमवार से पहले कांवड़ यात्रा को लेकर बिथरी चैनपुर इलाके में विवाद बढ़ गया है. भटककर हसनपुर मोहल्ले में पहुंचे कांवड़ियों को मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने नई परंपरा बताते हुए रोक दिया. समझाने गई पुलिस से भी गालीगलौज, धक्कामुक्की और बदसलूकी की गई. करीब आधा घंटा तक बवाल जारी रहा. बाद में पुलिस के पहरे में कांवड़ियों को शेरगढ़ रोड पर पेट्रोल पंप के सामने छुड़वाया गया.

 

धनुआ गांव के आठ कांवड़िये हरिद्वार से बैकुंठी कांवड़ लेकर महंत अमन कुमार, उप महंत राजू की अगुआई में पैदल वापस लौट रहे थे. रविवार दोपहर करीब ढाई बजे कांवड़िये नदी किनारे कच्चे रास्ते से हसनपुर मोहल्ले से होते हुए शेरगढ़ रोड की तरफ जा रहे थे, तभी मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने उन्हें रोक लिया. कांवड़ियों ने भटककर बस्ती में आने की बात कहते हुए समझाने की कोशिश की. कहा कि बैकुंठी कांवड़ लेकर उल्टी दिशा में नहीं मुड़ते हैं, लिहाज उन्हें निकलने दिया जाए, लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोग नहीं माने. सूचना पर भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश रस्तोगी, महामंत्री अनुरोध सिंह और कई अन्य भाजपाई भी पहुंच गए. उन्होंने भी दूसरे समुदाय के लोगों को समझाने की कोशिश की, मगर वह जिद पर अड़े रहे. बाद में शाही थाने से एसआई वीरपाल सिंह सिपाहियों के साथ पहुंचे और रास्ता रोक रहे लोगों को समझाया, लेकिन बस्ती वाले उनसे भी उलझ गए. कहासुनी, गालीगलौज और धक्कामुक्की भी हुई. बाद में एसआई ने कांवड़ियों को शेरगढ़ रोड पर पेट्रोल पंप के सामने छुड़वा दिया.

 

उधर, खजुरिया गांव से कांवड़ यात्रा निकालने की कोशिश में करीब डेढ़ सौ कांवड़िये घंटों जनप्रतिनिधियों का इंतजार करते रहे लेकिन अंतिम सूचना मिलने तक कोई भी नेता उमरिया नहीं पहुंच सका था. तनाव के मद्देनजर मौके पर बड़े पैमाने पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किए गए. कांवड़ियों को बीसलपुर मार्ग से होते हुए यात्रा ले जाने के लिए समझाने की कोशिश की जा रही है. इस बीच, विधायक राजेश मिश्र ने बताया कि उनके नहीं जाने से कांवड़ किस रास्ते से निकलेगी, यह नहीं पता है लेकिन कांवड़ यात्रा हर हाल में निकलेगी.

 

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कांवड़ियों को उमरिया गांव के मोड़ पर ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया गया. जिसके विरोध में कांवड़िये धरने पर बैठे हैं. फिलहाल बैरीकेडिंग करके गाँव की सीमाओं को सील कर दिया गया है तथा पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.

 

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