हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन और यामी गौतम की एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था दसवीं। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक पूर्व मुख्यमंत्री, जिसे पढ़ने लिखना भी नहीं आता था, उसने मेहनत के बल पर बोर्ड का एग्जाम न सिर्फ दिया बल्कि वो पास भी हुए। इस फिल्म की शूटिंग आगरा जिले की जेल में हुई थी। इसी फिल्म से प्रेरित होकर आगरा जिला जेल के ही कैदियों ने इस बार परीक्षा में एक मिसाल कायम की है। दरअसल, यहां सेंट्रल जेल में बंद 12 कैदियों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा में सफलता हासिल की है। इनका कहना है कि इन्हें फिल्म से ही प्रेरणा मिली है।
जेल में दौड़ी खुशी की लहर
जानकारी के मुताबिक, आगरा जिले की सेंट्रल जेल में बंद 12 कैदी पास हो गए हैं। इनमें 10वीं कक्षा में 3 कैदियों ने प्रथम श्रेणी, 6 ने द्वितीय श्रेणी में स्थान प्राप्त किया है। 12वीं कक्षा में तीनों कैदियों को द्वितीय श्रेणी मिली है। जिसके बाद जेल में खुशी का माहौल है। कैदियों की इस सफलता से बाकी कैदियों को भी प्रेरणा मिली है। परीक्षा पास करने वाले कैदी जितेंद्र सिंह ने कहा कि ‘सलाखों के पीछे रहकर परीक्षा पास करना हमारे लिए खुशी का क्षण है। इससे अन्य कैदियों को भी प्रेरणा मिलेगी’
आपस में मिलकर पढ़ते हैं कैदी
इस बारे में सेंट्रल जेल आगरा के सीनियर सुपरिटेंडेंट वीके सिंह ने जेल बंदियों को मिली इस कामयाबी पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि जेल में कुछ पढ़े-लिखे कैदी भी हैं जो दूसरे कैदियों को पढ़ाते हैं। जेल में हमारे पास कैदियों के पढ़ने के लिए एक पुस्तकालय है। जेल प्रशासन उन्हें सारी किताबें भी मुहैया कराता है। यही कारण है कि आगरा सेंट्रल जेल में बंद 12 कैदियों ने वार्षिक कक्षा 10वीं और 12वीं यूपी बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण की है। कैदियों को शिक्षा के लिए हम सुविधाओं का दायरा और भी बढ़ाएंगे।
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