देव दीपावली या देव दिवाली (Dev Diwali) कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाते हैं। देव दीपावली दिवाली के 15 दिन बाद आती है। कार्तिक पूर्णिमा तिथि के प्रदोष काल में देव दीपावली मनाई जाती है। इस दिन वाराणसी (Varanasi) के 85 घाट 12 लाख दीपों से जगमग होंगे। इसमें गोबर के एक लाख और मिट्टी के 11 लाख दीये घाटों की गरिमा बढ़ाएंगे।
23 नवंबर को गंगा महोत्सव का आगाज
जानकारी के अनुसार, गंगा उस पार दीपोत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 20 सेक्टर में बांटा गया है। गंगा महोत्सव का आगाज गुरुवार 23 नवंबर को राजघाट पर होगा। देव दीपावली पर 23 से 27 नवंबर तक रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन राजघाट और राजेंद्र प्रसाद घाट पर होगा।
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डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट के महोत्सव का शुभारंभ महापौर अशोक तिवारी व विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी करेंगे। यहां काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विजेता 23 से 26 नवंबर तक प्रस्तुति देंगे। नावों में क्षमता से अधिक सवारी बैठाने वालों पर कमिश्नरेट पुलिस की नजर रहेगी। रात 10 बजे के बाद नावों के संचालन पर रोक रहेगी। बुधवार को अस्सी घाट पर नाविक समाज के साथ अधिकारियों ने बैठक की।
अधिकारियों ने कहा कि नावों में क्षमता से अधिक सवारी बैठाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। नावों में बैठने वाले पर्यटकों को अनिवार्य रूप से लाइफ जैकेट पहनना होगा। देव दीपावली पर सिर्फ सीएनजी वाहन चलाने की अनुमति होगी। बैठक में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था, डीसीपी काशी अक्षत वर्मा, अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार, नाविक समाज के प्रमोद मांझी आदि मौजूद रहे।
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