लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी न्यूनतम आय योजना(न्याय) की घोषणा के बाद से लगातार चर्चा में हैं, शुरुआत में राहुल ने योजना को लेकर सुर्खियां बटोरी अब योजना के आंकड़ों को लेकर बटोर रहे हैं. राहुल द्वारा एक चुनावी रैली में 72,000 रुपये सालाना के बजाय मासिक बताने का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि अब इस योजना को लेकर उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी की जुबान फिसल गयी, जिसे लेकर बीजेपी ने जमकर घेरा है.
शनिवार को ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी ने लिखा “पहले बहन-भाई आपस में तय कर लो, जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश न करो”
दरअसल, न्याय योजना की घोषणा करते हुए राहुल गाँधी ने कहा था कि इस योजना के मुताबिक मिनिमम इनकम लाइन 12 हजार की है. इनकम और 12 हजार के बीच जो फर्क होगा वो राशि हम देंगे. वहीं एक चुनावी रैली में संबोधन के दौरान न्याय योजना का जिक्र करते हुए प्रियंका की जुबान फिसल गयी. राहुल से उलट प्रियंका कहती हैं कि न्यूनतम आय योजना (न्याय) में जिस परिवार की इनकम हर महीने 6 हजार रुपये से कम है, तो 6 हजार रुपये तक की भरपाई सरकार करेगी.
बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं हुआ है जब ‘न्याय’ योजना को लेकर कांग्रेस को फजीयत का सामना करना पड़ा हो. इससे पहले एक चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी की जुबान फिसल गई थी और उन्होंने साल के 72,000 रुपए की जगह हर महीने जनता को 72,000 रुपए देने का वादा कर डाला. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘हर महीने 72,000 देंगे.’ हालांकि उन्होंने बाद में अपनी गलती सुधारते हुए कहा कि पांच साल में 3,60,000 रुपए दिए जाएंगे. इस पूरे वीडियो को लेकर बीजेपी ने राहुल गाँधी को जमकर घेरा था.
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