काफी सख्ती के बावजूद पुलिसकर्मियों पर होने वाले हमले थमने का नाम लेते नजर नहीं आ रहे हैं। मामला बिजनौर जिले का है, जहां एक निलंबित दारोगा को कुछ नकाबपोश लोगों ने मार मार कर अधमरा कर दिया। दारोगा को एक दिन पहले ही एसपी ने सस्पेंड किया था। फिलहाल आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, बिजनौर जिले में निलंबित दारोगा अरुण कुमार मुख्य बाजार में एक किराए के कमरे में रहते हैं। शुक्रवार शाम को जब दारोगा अपने कमरे पर जा रहे थे, अचानक पीछे से आए बदमाशों ने उनपर हमला कर दिया। नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें इतना पीटा कि वो अधमरे हो गए। यह देख जब भीड़ ने शोर मचाया तो आरोपी फरार हो गए।
वहीं, पुलिसकर्मी के साथ मारपीट का मामला संज्ञान में आने पर अपर पुलिस अधीक्षक, हल्दौर कोतवाल सुनील कुमार, झालू चौकी प्रभारी राकेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर वहां का मुआयना किया और फिर सीसीटीवी फुटेज बरामद कर आरोपियों की खोज शुरू कर दी है।
एक दिन पहले हुए थे सस्पेंड
गौरतलब है कि झालू चौकी इंचार्ज अरुण कुमार को पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने आरएसएस कार्यकर्ता से मारपीट के मामले में एक दिन पहले (गुरुवार को) ही निलंबित किया था। दरअसल, झालू निवासी आरएसएस के खंड शारीरिक प्रमुख उमंग काकरान गुरुवार को अपने पिता के चरित्र प्रमाणपत्र के सत्यापन के संबंध में झालू चौकी पर आए थे। रिपोर्ट लगाने को लेकर चौकी पर तैनात दारोगा अरुण कुमार से उनकी कहासुनी हो गई थी। विवाद बढ़ता गया। आरोप है कि दारोगा ने उमंग को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह के नेतृत्व में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ता एसपी और सीओ से मिले थे। एसपी ने दारोगा अरुण कुमार को निलंबित कर दिया था।
Also Read: ‘गुंडई क्या होती है? ये आने वाले वक्त में हम बताएंगे’ पूर्व सपा विधायक राजेश यादव का Video वायरल
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )


















































