जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अपने परिवार के हमले झेल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के सांसद, प्रतिनिधि और विधायक मामूली सी बात पर भिड़ते नजर आए. दरअसल, जिला योजना की निगरानी समिति की बैठक में कुर्सी पर आगे बैठने की बात को लेकर सपा के दो नेता आपस में भिड़ गए.
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न्यूज 18 की खबर के मुताबिक बाराबंकी जिले के डीआरडीए के सभागार में शनिवार को जिला योजना समिति की बैठक थी. जिसमें जिलाधिकारी सहित जिले के सभी आला अधिकारी, सांसद और विधायक मौजूद थे. इस बैठक के शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा के प्रतिनिधि और समाजवादी पार्टी के सदर विधायक धर्मराज यादव (सुरेश यादव) के बीच रार साफ दिखाई दी.
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इस पर समाजवादी पार्टी के विधायक धर्मराज यादव को इस बात की शिकायत थी कि उन्हें सांसद प्रतिनिधि के बाद क्यों बैठाया गया. इस बात की शिकायत विधायक ने भरी सभा में इसकी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘अगली बैठक में वह नहीं आएंगे’. पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर विधायक ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि हमें पता है आप लोग नौटंकी चलाएंगे.
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सपा के वरिष्ठतम नेता राज्यसभा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा के प्रतिनिधि मोहम्म्मद सबाह (एडवोकेट) ने अपनी पार्टी के विधायक धर्मराज यादव को पूर्वाग्रह से ग्रस्त बताते हुए कहा कि ‘उन्हें नियम कानून का ज्ञान नहीं है. नियम यह है कि सबसे पहले अध्यक्ष फिर उपाध्यक्ष, सचिव फिर सांसद और फिर विधायक को बैठने की व्यवस्था होती है. माननीय सांसद बेनी प्रसाद वर्मा बीमारी के कारण नहीं आए हैं इसलिए उनके स्थान पर उनके प्रतिनिधि होने के नाते वह बैठे हैं. वह हमारी पार्टी के जरूर हैं मगर उन्हें नियम कानून का ज्ञान नहीं है’.
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