जहां एक तरफ यूपी पुलिस लोगों को न्याय दिलाती है, वहीं झांसी में एक विभाग की ही महिला सिपाही अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए दर दर भटक रहीं हैं। दरअसल, 40 साल से कार्यरत एक महिला सिपाही की खुद के महकमे में सुनवाई नहीं होने से आहत है। पुलिस ने महिला पुलिसकर्मी के बेटे को गुंडा एक्ट के अंतर्गत अरेस्ट किया है। जिसके चलते अब महिला सिपाही अफसरों के कार्यालयों के चक्कर काट काट रही है, लेकिन उसकी गुहार कोई नहीं सुन रहा।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, नवाबाद थाना क्षेत्र की रहने वाली इस महिला सिपाही ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसने जिस विभाग की ईमानदारी और मेहनत से 40 साल सेवा की उसी विभाग के अफसरों ने उसके बेटे पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर उसको गुंडा बना डाला। मामला झांसी जिले का है जहां पुलिस विभाग में कार्यरत महिला सिपाही आयशा ने पुलिस अफसरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की है कि उसके दिल्ली में पढ़ने वाले इंटर के छात्र बेटे को पुलिस ने मारपीट के मामले में गुंडा बना दिया।
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दबंगों पर कार्रवाई की बजाए सिपाही के बेटे को बनाया गुंडा
महिला सिपाही का दावा है कि पहले दबंगों ने उसके बेटे को सरेआम पीट पीटकर बदहवास कर दिया। इसके बाद दबंगों पर कार्रवाई की बजाय झांसी पुलिस ने उसके होनहार बेटे पर ही गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी। इतना ही नहीं इस पूरे मामले में सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि इंटर के छात्र को पीटने वाले दरोगा के बेटे हैं और पिटाई से गंभीर रूप से घायल हुआ छात्र साहिल महिला पुलिसकर्मी का बेटा है। पीड़िता ने रो रो कर झांसी से एसएसपी से मदद की गुहार लगाई है।
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