मेरी बेटी, देश विरोधी’, पिता के आरोपों के अलावा भी शेहला रशीद का रहा है विवादों से पुराना नाता

जेएनयू छात्रा शेहला रशीद के पिता ने उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकार से जांच करने की गुहार लगाई है। इस मामले में उन्होंने जम्मू के डीजीपी को एक पत्र भी लिखा है। दरअसल, शेहला के पिता अब्दुल राशिद शोरा का दावा है कि उन्हें उनकी बेटी से जान का खतरा है, साथ ही विदेशी फंडिंग की बात भी कही। आगे उन्होंने कहा कि उनकी बेटी देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल है। यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी जुबैदा शौर, बड़ी बेटी आसमा रशीद और एक पुलिसकर्मी साकिब अहमद भी उसके साथ है। 


पिता ने लगाए गंभीर आरोप

जानकारी के मुताबिक, शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद शौरा ने सरकार से अपनी बेटी शेहला रशीद के कुख्यात गतिविधियों में शामिल होने की जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मनी लांर्डिंग मामले में पहले ही इंजीनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं। इन नेताओं ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपए के पैकेज की पेशकश की। इससे पहले बाकायदा से उक्त नेताओं ने उन्हें घर पर बुलाया और नई लांच होने वाली पार्टी के बारे में बताया।


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चंद दिनों के बाद जब उनकी बेटी घर लौटी तो उन्होंने उसे इस पूरे प्रकरण के बारे में बताया। अब्दुल रशीद शौरा ने अपनी बेटी शेहला रशीद को इस गलत रास्ते पर चलने के लिए मना किया। उसने उनकी एक भी नहीं मानी और उलटा उन्हें ही धमकाना शुरू कर दिया। 2017 से लेकर 2020 तक वह सब तमाशा देखते रहे। मैं चुपचाप अपने घर पर ही देशद्रोही गतिविधियों को देखता रहा और लाख समझाने के बावजूद उनकी बेटी नहीं मानी। अब्दुल रशीद शौरा ने अपनी बेटी द्वारा चलाई जा रही एनजीओ और अन्य संपत्तियों की जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनके लाख मनाने के बावजूद बेटी अपने ही देश के खिलाफ बोलती रही जो अच्छा नहीं है।


शेहला ने किया पलट वार

पिता के आरोपों पर शेहला ने ट्वीट कर लिखा- ‘परिवार में ऐसा नहीं होता, जैसा मेरे पिता ने किया है। मेरे साथ-साथ मेरी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। शेहला आगे लिखती हैं, ‘वह पत्नी को पीटने वाले, एक अपमानजनक और दुष्ट इंसान हैं। हमने आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। यह स्टंट उसी की प्रतिक्रिया है।


पहले भी विवादों में रहीं हैं शामिल

अनुच्छेद 370 – जम्मू कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे पर भी शेहला रशीद विवादों में रह चुकी हैं। शेहला रशीद जम्मू कश्मीर से ताल्लुक रखती हैं और जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मुद्दे पर भी वो कई बार बयान दे चुकी हैं।


राजद्रोह का केस – शेहला रशीद ने अगस्त 2019 में भारतीय सेना पर कई आरोप लगाए थे। शेहला ने कहा था कि सेना कश्मीरियों पर अत्याचार कर रही है। इसके बाद भी शेहला विवादों में घिर गई थीं। हालांकि सेना ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था वहीं शेहला के खिलाफ राजद्रोह का मामला भी दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज किया गया था।


गिरफ्तारी का विरोध – शेहला जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। साल 2016 में फरवरी के महीने में जेएनयू के तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद के खिलाफ राजद्रोह के आरोप लगे। उस दौरान कई गिरफ्तारियां भी हुई थीं। शेहला ने गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करके भी विवाद को पैदा किया था।


राजनीति में एंट्री – राजनीति में उनका आना भी किसी विवाद से कम नहीं था। राजनीति में एंट्री लेते हुए पहले शेहला नेशनल कॉन्फ्रेंस से जुड़ी। बाद में शेहला आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए शाह फैसल की पार्टी जेकेपीएम में शामिल हुई थीं लेकिन अब शेहला राजनीति से दूर हैं और चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान कर चुकी हैं।


भारत विरोधी बयानबाजी- शेहला रशीद को कई बार भारत विरोधी बयानबाजी करते हुए भी देखा गया है। अपने भारत विरोधी बयानबाजी के कारण भी शेहला विवादों में रहती हैं।


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