उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से एक पुलिसकर्मी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. दरअसल, छुट्टी पर आए सिपाही ने बीते सोमवार की दोपहर को घर में फांसी लगाकर जान दे दी. मृतक सिपाही झांसी डीआईजी कार्यालय से संबद्ध थे. सिपाही के परिजन खुदकशी की वजह नहीं बता सके.
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वहीं, पति की मौत की सूचना मिलते ही पत्नी कल्पना गश खाकर गिर पड़ी, बड़ी मुश्किल से उसे होश में लाया जा सका. उनकी गृहस्थी अभी कच्ची है. उनके 4 साल का बेटा चिराग और 6 साल की बेटी मानसी है.
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पूरा मामला जालौन के डकोर थाना क्षेत्र का है. जहां के एक कस्बा निवासी 38 वर्षीय वीरेंद्र यादव उर्फ वीरू पुत्र स्व. आनंद स्वरूप यादव साल 2004 में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे. उनकी पोस्टिंग ललितपुर में थी. लेकिन वर्तमान में झांसी डीआईजी कार्यालय से संबद्ध थे. वह 2 दिन के अवकाश पर घर आए हुए थे.
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बीते सोमवार को सुबह तक सभी से हंसते-बोलते रहे. इसके बाद दोपहर में काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकलने पर परिजनों ने आवाज दी तो कोई जवाब नहीं मिला. जब अंदर जाकर देखा तो सिपाही को फंदे पर लटकता देखकर सभी हक्का-बक्का रह गए. इसके बाद उन्हें फंदे से उतार कर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया.
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इंस्पेक्टर आशीष मिश्रा ने बताया कि बॉडी के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. खुदकशी की वजह का पता लगाया जा रहा है.
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