लखनऊ: राजधानी के गोमती नगर इलाके में कथित रूप से पुलिस की फायरिंग में मारे गए एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी के परिजन रविवार को उसके अंतिम संस्कार के लिए मान गए हैं.
दरअसल मृतक की पत्नी ने पुलिस विभाग में नौकरी और एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक वह अपने पति का अंतिम संस्कार नहीं करेंगी. इस बीच लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज ने परिवार के एक सदस्य को नगर निगम में नौकरी और आर्थिक सहायता के रूप में 25 लाख रुपये देने का लिखित आश्वासन दिया.
Also Read: पुलिस रक्षक है भक्षक नहीं, सेल्फ डिफेंस के नाम पर किसी की हत्या नहीं की जा सकती: यूपी डीजीपी
जिलाधिकारी ने बताया कि उनके आश्वासन के बाद मृतक का परिवार रविवार को विवेक का अंतिम संस्कार करने को तैयार हो गया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने मामले की सीबीआई से जांच कराने की संस्तुति कर दी है. उधर विवेक तिवारी पर फायरिंग के आरोपी दोनों आरोपी सिपाहियों को 11 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
बता दें कि लखनऊ के गोमती नगर में शुक्रवार देर रात मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार ‘एप्पल’ के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी. गोली लगते ही उसका संतुलन बिगड़ा और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई. वहीं सिर पर गोली लगने से विवेक की मौके पर ही मौत हो गई. यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले.
Also Read: लखनऊ गोलीकांड : सीएम योगी बोले- यह एनकाउंटर नहीं, जरूरत होने पर कराएंगे सीबीआई जांच
सूत्रों के मुताबिक, दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रही सना की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर फायरिंग करने वाले कांस्टेबल प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है. प्रारंभिक जांच के बाद अब दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है.
Also Read: लखनऊ: मृतक विवेक तिवारी की बेटी ने कहा- ‘कुढ़-कुढ़ कर मरे मेरे पिता का हत्यारा’
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )