उत्तर प्रदेश में कक्षा एक से आठ तक स्कूलों की फीस (School Fees) नहीं बढ़ेगी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा (Dr. Dinesh Sharma) ने शुक्रवार को फीस बढ़ने या कटौती के सवालों पर फुल स्टॉप लगाते हुए कहा कि हमने न पिछले साल फीस बढ़ने दी और न इस साल बढ़ने देंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि दिल्ली में ज्यादा फीस ली जा रही है, इसलिए वहां कम करने की जरूरत सुप्रीम कोर्ट ने समझी है।
उप मुख्यमंत्री एवं आगरा जनपद के प्रभारी दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक के बाद कहा कि 2019 में ही सरकार ने एक्ट लागू किया है, जिसमें स्पष्ट प्रावधान है कि कोई भी स्कूल फीस नहीं बढ़ाएगा। सरकार फीस बढ़ाने के खिलाफ है। अगर कोई स्कूल ज्यादा फीस वसूलता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
दिनेश शर्मा ने कहा कि महामारी के दौरान कोई भी स्कूल छात्र-छात्राओं से किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लेगा। फीस कटौती नहीं की जाएगी। जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति खराब है या फीस देने में सक्षम नहीं है उनके आवेदनों पर प्रशासन व शिक्षा विभाग सहानुभूति से विचार करेगा।
डिप्टी सीएम ने महाविद्यालयों की परीक्षा अवधि डेढ़ घंटे से अधिक नहीं रखने, लड़कियों के लिए स्वकेंद्र, परीक्षा केंद्रों पर एंबुलेंस तैनात, सीसीटीवी कैमरों की जांच व सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात करने के निर्देश मंडलायुक्त अमित गुप्ता को दिए हैं। समीक्षा बैठक में पुलिस, प्रशासन, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
उन्हें कुलपति से समन्वय बनाकर आगामी परीक्षाएं संपन्न कराने के निर्देश दिए हैं। कोविड गाइडलाइन का पालन कराते हुए परीक्षाओं के लिए कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम ने मंडलायुक्त से कहा कि मंडल के सभी अधिकारियों के साथ बैठक करें।
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