अक्सर ऐसी खबरें सुनने में आती है कि कई जगहों पर पुलिस कर्मी जर्जर आवासों में रहने को मजबूर हैं, पर लखनऊ में पीएसी के जवान तो टीनशेड के नीचे रह रहे हैं. इस बात का खुलासा खुद पीएसी एडीजी ने की है. उन्होंने इसे लेकर एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार व लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को पत्र लिखा है. एडीजी के पत्र के बाद पुलिस कमिश्नर ने संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून-व्यवस्था पीयूष मोडिया को इसे लेकर विस्तृत निर्देश दिए गए हैं. वह एक कमेटी बनाकर पीएसी जवानों के ठहरने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करा रहे हैं.
टीनशेड के नीचे रह रहे जवान
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में कानून-व्यवस्था ड्यूटी के लिए 11 दल पीएसी तैनात है. इनमें 33वीं वाहिनी पीएसी, झांसी का एक दल गोसाईंगंज स्थित रामपाल त्रिवेदी इंटर कालेज में व्यवस्थापित था. स्कूल प्रशासन की आपत्ति पर इंस्पेक्टर गोसाईंगंज ने 26 जुलाई को स्कूल खाली करा दिया. जवानों की नई व्यवस्था के लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के एडीसीपी व प्रतिसार निरीक्षक से कहा गया, पर वे कोई प्रबंध नहीं कर सके. इस पर जवानों को अस्थाई रूप से 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ के एक छोटे से टीनशेड में रोका गया है. जहां जवानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कमिश्नर ने कहा ये
एडीजी ने जवानों के ठहरने के लिए तत्काल उचित बंदोबस्त किए जाने की बात कही है. वहां पर जवानों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं हो पा रही हैं. इससे उनका मनोबल भी टूट रहा है. एडीजी के पत्र के बाद पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि पीएसी के जवानों के ठहरने और उनकी मूलभूत सुविधाओं का बेहतर प्रबंध कराया जा रहा है. संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून-व्यवस्था पीयूष मोडिया को इसे लेकर विस्तृत निर्देश दिए गए हैं. वह एक कमेटी बनाकर पीएसी जवानों के ठहरने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करा रहे हैं.
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