मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभावित दौरे के मद्देनजर एडीजी राजीव सभरवाल (ADG Rajiv Sabharwal) शनिवार को मेरठ (Meerut) जनपद के मवाना थाने पहुंचे। यहां महिला हेल्प डेस्क व कोविड-19 से बचाव के इतंजामों में खामियां मिलने पर इंस्पेक्टर को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि सब निकम्मे हैं। थाना नहीं चला रहे बल्कि समय पूरा कर रहे हैं।
मवाना थाने पर करीब 10 मिनट रुकने के बाद एडीजी लौट गए। जानकारी के मुताबिक, महिला हेल्प डेस्क पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग मशीन नहीं रखी थीं। एडीजी के आने के बाद महिला कांस्टेबल भी दौड़ते हुए वहां पहुंचीं। उन्होंने हाथों में ग्लव्स भी ठीक से नहीं पहने थे, कंप्यूटर भी नहीं था। रजिस्टर में कोई नई एंट्री नहीं मिली और परिसर में भीड़ भी जुटी थी।
ऐसे में एडीजी ने पहले कांस्टेबल को हड़काया और फिर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह राठौर को जमकर फटकार लगाई। वहीं, परीक्षितगढ़ थाने पहुंचकर एडीजी ने महिला हेल्प डेस्क और कोविड डेस्क का निरीक्षण किया महिला हेल्प डेस्क पर समस्या निस्तारण संबंधी रजिस्टर में पर्याप्त डाटा नहीं मिलने पर नाराजगी जताई।
बता दें कि मुख्यमंत्री के आगमन का कार्यक्रम तय होते ही शनिवार को नगर निगम का अमला शहर की सूरत बदलने में जुट गया। नगर आयुक्त मनीष बंसल, अपर नगर आयुक्त श्रद्धा शांडिल्यायन, सहायक नगर आयुक्त बृजपाल सिंह और इंद्र विजय, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर गजेंद्र सिंह पूरा दिन सफाई कार्यों का निरीक्षण करते रहे।
पुलिस लाइन से लेकर कलेक्ट्रेट तक, सर्किट हाउस, मेडिकल कालेज, तेजगढ़ी क्षेत्र समेत जहां-जहां भी मुख्यमंत्री के जाने की संभावना है। उन स्थानों पर निगम का सफाई अमला पूरे संसाधनों के साथ सफाई में उतार दिया गया। यूनिवर्सिटी रोड स्थित तिकोना पार्क जो वर्षों से अतिक्रमण व गंदगी के चपेट में था। धूल साफ करने के लिए रोड स्वीपिंग मशीनें डिपो से बाहर निकलीं।
निगम की टीम जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली लेकर तेजगढ़ी चौराहा पहुंची। यूनिवर्सिटी रोड तिराहे से लेकर मेडिकल कालेज तक आधा दर्जन के करीब झोपड़ पट्टी को हटाया। मुख्यमंत्री के आगमन की आहट होते ही ब्लाक के अधिकारी अपने क्षेत्र के संक्रमितों को खुद अपने घर के बाहर बैरिकेडिंग करने की सलाह दे रहे हैं।
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