उत्तर प्रदेश में पुलिस के जवान इस महामारी के दौर में भी अपनी जान पर खेलते हुए लोगों की सुरक्षा में तैनात हैं। बावजूद इसके चंद जवानों के चलते विभाग पर सवाल उठने लगते हैं। मामला संभल के चंदौसी कस्बे का है, जहां एक दारोगा खुद बिना मास्क लगाए लोगों के चालान काट रहा था। बड़ी बात ये है कि वो ऐसे लोगों के चालान काट रहा था, जिन्होंने मास्क लगाया हुआ है। शराबी दारोगा पर अवैध वसूली करने का भी आरोप है। पुलिस ने जब उसका मेडिकल कराया तो दारोगा के नशे में होने की पुष्टि हुई।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला संभल जिले के चंदौसी कोतवाली इलाके में रेलवे स्टेशन के पास का है। यहां पर बीती रात करीब 10.00 बजे आरोपी दारोगा रामभूल सिंह शराब के नशे में धुत होकर सिपाही के साथ पहुंचे और लोगों का चालान काटने लगे। दारोगा उन लोगों के भी चालान काट रहे थे, जिन्होंने मास्क लगाया हुआ था। चेकिंग के वक्त दारोगा ने खुद भी मास्क नहीं लगाया था और वो नशे में भी थे।
जब लोगों ने दारोगा उनके मास्क के बारे में पूछा को वह मारपीट और गाली गलौज पर उतर आए और हंगामा शुरू कर दिया। बवाल देख काफी भीड़ इकट्ठा हो गई वहां मौजूद लोगों ने दारोगा की क्लास लगानी शुरू कर दी। लोगों से बचने के लिए दारोगा ने खुद को मुरादाबाद की जीआरपी में तैनात अफसर बताया, जबकि दारोगा चंदौसी कोतवाली में तैनात था।
एसपी ने दिए कार्रवाई के आदेश
दारोगा के बारे में ऐसी खबरें सामने आईं कि वह कई दिन से शहर में लोगों को परेशान कर रहा था। इस बीच मौके पर मौजूद किसी युवक ने इलाके के सीओ गोपाल सिंह को हंगामे की सूचना दे दी। इसके बाद चंदौसी कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शराबी दारोगा को काबू किया और चंदौसी सरकारी अस्पताल में उसका मेडिकल टेस्ट कराया। जिसमे दारोगा के नशे में होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद एसपी चक्रेश मिश्रा ने दारोगा के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
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