उत्तर प्रदेश के उन्नाव (Unnao) कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार को एक दिव्यांग (Divyang) ने आत्मदाह की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे आत्मदाह करने से रोक लिया। दिव्यांग युवक द्वारा आत्मदाह की कोशिश करने से डीएम ऑफिस में हड़कंप मच गया। डीएम उन्नाव ने तुरंत एसपी से बात कर दिव्यांग को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। दिव्यांग युवक की पहचान अवधेश कुमार के रूप में हुई है। वे उन्नाव के बिहार थानाक्षेत्र के भदेवरा गांव के रहने वाले हैं। अवधेश का आरोप है कि बीघापुर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और सपा नेता पप्पू सिंह उर्फ रामचंद्र उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।
अवधेश की शिकायत के बाद डीएम उन्नाव से बात की। इसके अलावा डीएम ने सीईओ बीघापुर व एसडीएम बीघापुर को मौके पर भेजकर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। डीएम ने दिव्यांग अवधेश कुमार को निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा देते हुए घर तक पहुंचवाया है।
दिव्यांग अवधेश कुमार ने बताया कि गांव के बाहर सड़क किनारे उनकी 3 बिसवा जमीन है। यहां एक कोठरी भी बनी हुई है। बीघापुर ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख व सपा नेता पप्पू सिंह उर्फ रामचंद्र अपने साथियों के साथ जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। दिव्यांग अवधेश ने स्थानीय थाना प्रभारी के साथ-साथ जिलास्तरीय अधिकारियों को भी शिकायत पत्र देकर जमीन पर कब्जा करने की शिकायत की थी, मगर जांच के आश्वासन के अलावा कुछ भी हाथ नहीं लगा।
अवधेश का आरोप है कि आज पूर्व ब्लॉक प्रमुख अपने साथियों के साथ उनकी जमीन पर पहुंचे और वहां बनी कोठरी गिरा दी। साथ ही जमीन पर कब्जा भी कर लिया। पूर्व प्रमुख की दादागिरी से परेशान अवधेश करीब 12 बजे डीएम ऑफिस पहुंचे। वे अपने साथ पीपिया में केरोसिन भी लेकर आए थे।
डीएम ऑफिस के बाहर अवधेश खुद पर केरोसिन तेल डालकर आत्महत्या का प्रयास कर ही रहे थे कि कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हिरासत में लिया। तब जनता दर्शन कर रहे डीएम उन्नाव रवींद्र कुमार ने उन्हें बुलाकर पूरी बात समझी और तत्काल एसपी उन्नाव से बात कर जांचकर कार्रवाई की बात कही।
डीएम रवींद्र कुमार ने एसडीएम बीघापुर व सीओ को मौके पर भेजकर 24 घंटे में जांच रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने दिव्यांग को निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डीएम ने बताया कि दिव्यांग का शिकायत पत्र लेकर तत्काल एसपी उन्नाव से बात की है। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिव्यांग पूरी तरीके से सुरक्षित है।