मध्य प्रदेश के नए सीएम कमलनाथ के फैसले और बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है. कमलनाथ के बरोजगारी को लेकर यूपी-बिहार के लोगों पर की गयी टिप्पणी पर विपक्ष के बाद अब उन्हीं की पार्टी कांग्रेस के विधायक ने विरोध में जताया है.
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बिहार के बछवाड़ा विधायक रामदेव राय ने कहा कि सीएम पद की शपथ लेने के तुरंत बाद इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं थी. कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह यह देश क्षेत्रवाद और अलगाववाद के लिए नहीं है. भारत संवाद के लिए जाना जाता है. बिहार के लोग कहीं भी इसलिए जाते हैं कि वे कुशल हैं. बिहारी मेहनती होते हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्रवाद को उभारना बिल्कुल गलत है. मुख्यमंत्री के बाद तुरंत ऐसा बयान देना फायदेमंद नहीं है.
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बता दें, दरअसल बेरोजगारी के मुद्दे पर बोलते हुए कमलनाथ ने एमपी में बढ़ती बेजरोजगारी के लिए यूपी और बिहार के लोगों युवाओं को जिम्मेदार ठहराया और बोले यहां युवाओं को रोजगार कैसे मिले सारा रोजगार तो यूपी और बिहार के लोग ही ले जाते हैं. वहीं एमपी के युवाओं को रोज़गार के नाम पर कमलनाथ ने उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों पर रोक लगाने की कोशिश की है.
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कमलनाथ ने जो फैसला लिया है उसके मुताबिक एमपी में नये उद्योग लगाने वालों को सरकारी शर्त माननी होगी जिसके तहत 70 फीसदी रोज़गार स्थानीय लोगों को ही देना पड़ेगा. कमलनाथ ने घोषणा की कि सरकार की ओर से अनुदान केवल उन्हीं उद्योगों को दिया जाएगा जिनमें 70 फीसदी स्थानीय लोग कार्यरत होंगे.
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