उत्तर प्रदेश में मतगणना के पहले कई जगह बवाल देखने को मिला था। जिसके क्रम में आगरा ने आरएलडी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ हंगामा काटा बल्कि एसएसपी समेत कई अफसरों की गाड़ी तक रोक ली। गाड़ियां रोकने के बाद इनकी चेकिंग भी की गई। उस वक्त तो बिगड़े हुए हालात को देखते हुए प्रशासन ने कुछ नहीं कहा लेकिन अब इस मामले में एसआई देवेंद्र सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमे में 25 नामजद 50-60 अज्ञात आरोपी बनाए गए। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने विवेचक को नामजद आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट लेकर गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक, आगरा में मतगणना से पहले बुधवार रात को मंडी समिति के बाहर सपा और रालोद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों को अंदर जाने से पहले रोका और उनकी चेकिंग की थी। मुकदमे में बलवा, सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट, गाली गलौज और धमकी देने के साथ-साथ लोक व्यवस्था भंग करने की धारा लगी है। हंगामे के दौरान वीडियो भी बनाया था। इसके आधार पर मुकदमे में 25 नामजद 50-60 अज्ञात आरोपी बनाए गए।
इनके खिलाफ केस दर्ज
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने विवेचक को नामजद आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट लेकर गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुकदमे में रालोद के जिलाध्यक्ष नरेंद्र बघेल, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम सहाय यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रामगोपाल बघेल, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के रिजवान खान, राष्ट्रीय सचिव रवि यादव, प्रधान प्रतिनिधि राहुल घोष के अलावा राजकुमार, सुनील, कुंवर रवि यादव, राजा श्रीवास्तव, सुलेखा श्रीवास्तव, रजनी, जूही प्रकाश, संजू यादव, रामकुमार, सुनील यादव, विवेक यादव, लाखन सिंह, कुलदीप वाल्मीकि, प्रिंस, सुरेश दिवाकर, मुरली यादव, शैलू यादव, पूर्व पार्षद राजपाल यादव और 60 अज्ञात आरोपी हैं