बिकरू कांड तो आप सभी तो याद ही होगा। इस केस में यूपी पुलिस ने अपने आठ बहादुर जवानों को खोया था। ऐसे में लगातार इस एनकाउंटर के मुख्य आरोपी और कुख्यात विकास दुबे के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है। हालांकि विकास दुबे एक एनकाउंटर में मारा जा चुका है। पर अब प्रशासन ने हिस्ट्रीशीटर विकास और उसके रिश्तेदारों की 67 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया है। अब इन संपत्तियों पर तहसीलदार स्तर का अधिकारी बतौर रिसीवर तैनात होगा।।इसके अलावा कानपुर देहात और लखनऊ डीएम को रिसीवर बैठाने के लिए पत्र भेजा जाएगा।
डीएम ने दिया आदेश
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके रिश्तेदारों की 67 करोड़ संपत्तियां जब्त कर ली गई है। विकास दुबे को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद कानपुर आउटर के एसपी अजीत सिन्हा की रिपोर्ट पर डीएम कोर्ट ने उसकी संपत्तियों को अटैच करने का आदेश दिया।
इन जब्त हुई संपत्तियों में विकास दुबे की पत्नी की संपत्ति, मां की संपत्ति और दोनों बेटों की संपत्ति शामिल है। बता दें कि प्रशासन द्वारा अटैच की गई संपत्तियों में बिकरू, चौबेपुर, कानपुर देहात और लखनऊ में स्थित 13 अचल और 10 चल संपत्तियां शामिल हैं। जाएगा।
क्या था बिकरू कांड
गौरतलब है कि बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात में दबिश देने गई पुलिस पर विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में तत्कालीन सीओ बिल्लौर सहित आठ पुलिसकर्मी हो की मौत हो गई थी। आठ पुलिसकर्मियों की दुर्दांत हत्या से हड़कंप मच गया था। बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विकास दुबे सहित छह अपराधियों को ढेर कर दिया। बाकी कई दर्जन आरोपियों ने खिलाफ कार्रवाई का दौर चल रही है।
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