कानपुर हिंसा के मामले में पूर्व सपा नेता और उपद्रव में आरोपी निजाम कुरैशी (Former SP Leader Nizam Qureshi) के खिलाफ पुलिस को कई और पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं। निजाम एक संगठन का संचालन कर रहा है, जिसका एक व्हाट्सएप ग्रुप (WhatsApp Group) भी है। इस ग्रुप में निजाम कुरैशी ने दिंदू दुकानदारों से सामान न खरीदने के लिए आह्वान किया है।
जानकारी के अनुसार, निजाम कुरैशी को कुछ समय पहले ही समाजवादी पार्टी से निकाला जा चुका है। कानपुर हिंसा के उपद्रवियों की लिस्ट में निजाम कुरैशी का नाम भी शामिल है। उसने निजाम कुरैशी के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा था। वह एक संगठन भी चलाता है।
इस ग्रुप में सपा के तीनों स्थानीय विधायक एडमिन हैं। नूपुर शर्मा विवाद सामने आने के बाद निजाम कुरैशी ने ग्रुप में पोस्ट किया, जिसमें वह हिंदुओं की दुकानों से सामान न खरीदने का आह्वान कर रहा है। निजाम कुरैशी ने लिखा है कि उसके वर्ग के लोग दयाराम स्वीट्स नमकीन हाउस, बंसीलाल जनरल स्टोर, गुप्ता की घास वाले, गुप्ता जी कूलर वाले, सुमित फल वाले और अन्य हिंदू दुकानदारों से सामान न खरीदें।
गौरतलब है कि यह सभी दुकानें नई सड़क पर सद्भावना चौकी के आसपास है। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में है, कार्रवाई की जाएगी।
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