कानपुर (Kanpur) में बीते 3 जून को जुमे की नमाज के बाद बेकनगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके में हुई हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। क्राउड फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार बिल्डर हाजी वसी (Builder Haji Wasi) ने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगले हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी हाजी वसी ने कुबूल किया है कि हिंसा की पूरी साजिश चंद्रेश्वर हाता (Chandreshwar Hata) को खाली कराने के लिए ही रची गई थी। इसके लिए उसने हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को एक करोड़ रुपये दिए थे। एडवांस के तौर पर हाशमी को 10 लाख रुपये भी दिए गए थे।
हिंसा के बहाने चंद्रेश्वर हाता खाली कराने का था प्लान
दरअरसल, बीते 3 जून को जहां हिंसा भड़की थी, वहीं पर चंद्रेश्वर हाता है, जहां हिंदू परिवार रहते हैं। साजिश यह थी कि हिंसा के बहाने चद्रेश्वर हाता को खाली करवा लिया जाए। सूत्रों के मुताबिक बिल्डर वसी ने यह भी खुलासे किए हैं कि जमीन कब्जाने के मामले में उसे कई रसूखदारों की भी मदद मिली है। अब पुलिस के रडार पर भी सभी आने वाले हैं। मंगलवार को कानपुर पुलिस ने हाजी वसी को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
वहीं, पुलिस बिल्डर हाजी वसी की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रही थी। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसकी कई बेनामी संपत्तियां भी सामने आ सकती हैं। पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई अकेले वसी की ही नहीं बल्कि उन 19 आरोपितों की शुरू की है, जिनके खिलाफ पिछले दिनों एसआइटी (विशेष जांच दल) ने गैर जमानती वारंट लिया था।
जांच में सामने आए थे तीन प्रमुख नाम
तीन जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शहर में मौजूदगी के दिन नई सड़क व दादा मियां का हाता में जुमा की नमाज के बाद उपद्रव हो गया था। गोलीबारी, पथराव व बमबाजी में कई लोग घायल हुए थे। पुलिस की जांच में उपद्रव में तीन प्रमुख नाम सामने आए थे। इसमें मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को चार साथियों के साथ पुलिस ने पांच जून को लखनऊ से गिरफ्तार किया था।
हयात से पूछताछ में पता चला था कि उपद्रव के पीछे नुपुर शर्मा की टिप्पणी के अलावा भी स्थानीय कारण भी थे। उपद्रव स्थल के पास बने चंद्रेश्वर हाता पर कब्जा करने के लिए वहां रहने वाले हिंदुओं में दहशत फैलाना भी एक वजह थी। क्योंकि हयात से जुड़े बिल्डर हाजी वसी और मुख्तार बाबा चंद्रेश्वर हाता हथियाना चाहते थे। बिल्डर हाजी वसी ने इसी तरह कई जमीनों पर इमारतें भी बनवा चुका था।
मुख्तार बाबा का डी-2 गैंग से कनेक्शन
वहीं, मुख्तार बाबा भी कई जगह कब्जे करके बाबा बिरयानी रेस्टोरेंट की चेन तैयार कर रहा था। एसआइटी की जांच में हाजी वसी और मुख्तार बाबा का डी-2 गैंग से भी कनेक्शन सामने आया था। मुख्तार बाबा और बिल्डर हाजी वसी दहशत की दम पर हाता खाली कराना चाहते थे। मुख्तार बाबा को पुलिस गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है। वहीं मंगलवार को बिल्डर हाजी वसी को लखनऊ से गिरफ्तार करके पुलिस कानपुर लेकर आई और पूछताछ की।
इसके पहले पुलिस वसी के बेटे अब्दुल रहमान को भी गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। इसके बाद पुलिस ने वसी समेत 19 आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट अदालत से हासिल किया था और कुर्की की तैयारी कर रही है। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद उसकी बेनामी संपत्तियों के बारे में भी जानकारी सामने आ सकती है। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि वसी व अन्य आरोपितों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई के लिए तैयारी पहले ही शुरू की गई है।