अयोध्या (Ayodhya) जनपद में सावन झूला मेला ड्यूटी में तैनात महिला सिपाही (Lady Constable) के साथ सरयू एक्सप्रेस में हुई बर्बरता का खुलासा अभी तक नहीं हो सका है। आरोपियों को पकड़ने के लिए चार जिलों की पुलिस जुटी हुई है। वहीं, घायल महिला सिपाही की तबियत में तेजी से सुधार हो रहा है, लेकिन वह अभी कुछ बोल नहीं पा रही है।
सीट के नीच अर्धनग्न अवस्था में मिली थी महिला सिपाही
दरअसल, 30 अगस्त की सुबह सावन मेला ड्यूटी करने आ रही महिला सिपाही ट्रेन के तीसरी बोगी में सीट के नीचे अर्धनग्न, बेहोश और घायल अवस्था में मिली थी। 47 वर्षीय महिला सिपाही प्रयागराज की निवासी है और उसकी पोस्टिंग सुल्तानपुर में है। घटना गोंडा-अयोध्या के बीच होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में सभी जगहों से पुलिस इनपुट इकट्ठा कर रही है।
पीड़ित महिला सिपाही का इलाज लखनऊ में जारी है। वहीं, भाई की तहरीर पर जीआरवी ने जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिसकर्मी के साथ हुई इस वारदात के खुलासे के लिए एसपी रेलवे, सीओ रेलवे के साथ सहयोग में सिविल और आरपीएफ पुलिस भी लगाई गई है।
सीसीटीवी कैमरों से नहीं मिला कोई क्लू
उधर, सीसीटीवी कैमरों को तलाशने और इधर-उधर पड़ताल के बावजूद अभी कोई खास क्लू नहीं मिल पाया है। मामले के विवेचक अयोध्या कैंट थाने के प्रभारी निरीक्षक पप्पू यादव का कहना है कि अभी जांच-पड़ताल की जा रही है। एसपी रेलवे और सीओ की निगरानी में छानबीन जारी है।
एसपी रेलवे पूजा यादव का कहना कि महिला दीवान के साथ लैंगिक अपराध की पुष्टि नहीं हुई है, मगर सवाल यह है कि वारदात करने वाले ने पुलिसकर्मी की पैंट क्यों उतारी? अगर हमला पुरानी रंजिश अथवा अदावत में हुआ तो भी पैंट उतारे जाने की बात समझ में नहीं आती है।
फिलहाल, घायल महिला सिपाही की दोस्तों से भी पूछताछ शुरू हो गई है। साथ ही मोबाइल का सीडीआर निकाल कर सभी कॉल और चैट को खंगाला जा रहा है। अब घायल महिला के बोलने का जांच टीमों को इंतजार है। इसके बाद मामले की पड़ताल आगे बढ़ेगी।
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