हापुड़ केस: हड़ताल वापसी को लेकर बार काउंसिल के खिलाफ वकीलों ने खोला मोर्चा, अध्यक्ष के खिलाफ लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव

यूपी के हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. बीते दिन खबर आई थी कि अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर में हड़ताल कर रहे वकील अब फिर से वापस काम काम पर लौट आएंगे क्योंकि यूपी बार काउंसिल ने हड़ताल वापस ले ली है कि लेकिन आज खबर आ रही है कि बार काउंसिल के फैसले के खिलाफ वकीलों ने मोर्चा खोल दिया है. यहां तक आक्रोशित वकील अब बार काउंसिल के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाने जा रहे हैं. पूर्व अध्यक्ष शिरीष कुमार मेहरोत्रा ने लेटर जारी कर यह ऐलान किया है.

मेहरोत्रा ने अपने पत्र में अध्यक्ष शिव कुमार गौड़ पर सदस्यों की इच्छा के विरूद्ध जाकर हड़ताल खत्म करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सदस्य चाहते थे कि पूरे प्रदेश का सम्मेलन बुलाया जाए उसके बाद ही कोई फैसला हो, लेकिन अध्यक्ष ने बिनी किसी की सुने फैसला ले लिया. यहां तक कि अध्यक्ष ने 2 दिनों से सदस्यों का फोन उठाना तक बंद कर दिया था. सदस्य सचिव को जारी लेकर मे शिरीष कुमार मेहरोत्रा ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आपात बैठक बुलाने की मांग की है.

बता दें कि बीते दिन इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रितिंकर दिवाकर और न्यायमूर्ति महेश चन्द्र त्रिपाठी की पीठ ने शनिवार को हापुड़ की घटना पर बार काउंसिल के पदाधिकारियों का पक्ष सुनने के बाद 6 सदस्यीय न्यायिक समिति का गठन किया जिसके बाद परिषद ने हड़ताल वापस लेने का निर्णय किया. राज्य विधिज्ञ परिषद ने यहां एक बयान बताया कि उसके अध्यक्ष शिव किशोर गौड़, सदस्य सचिव जय नारायण पांडेय और सदस्य मधुसुदन त्रिपाठी का पक्ष सुनने के लिए शनिवार को मुख्य न्यायाधीश प्रितिंकर दिवाकर और न्यायमूर्ति महेश चन्द्र त्रिपाठी की पीठ गठित की गई थी.

परिषद ने शनिवार को उक्त पीठ के समक्ष प्रदेश के अधिवक्ताओं की ओर से हापुड़ घटना पर अपना पक्ष रखा जिस पर पीठ ने न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक समिति गठित की. उस समिति में न्यायमूर्ति राजन राय, न्यायमूर्ति मोहम्मद फैज आलम खान, महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश या उनके द्वारा नामजद व्यक्ति, राज्य विधिज्ञ परिषद के अध्यक्ष और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी शामिल होंगे.

यह है पूरा मामला
बता दें कि हापुड़ जिले में एक महिला वकील और पुलिस के सिपाही से विवाद हो गया था. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. सड़क पर काफी विवाद होने के बाद पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उनके पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी. इसके बाद हापुड़ बार एसोसिएशन ने पुलिस पर फर्जी रिपोर्ट लिखने का आरोप लगाते हुए तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया था.

इसके बाद पुलिस जाम खुलवाने का प्रयास करने लगी. यहां पर पुलिस वालों में और अधिवक्ताओं में खींचतान होने लगी. इसके बाद पुलिस वालों ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर जाम खुलवाया. इसी घटना के विरोध में लगातार वकीलों का प्रदर्शन जारी है. वकील अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे हैं. वकील घटना के लिए जिम्‍मेदार डीएम और एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं.

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