Hapur Lathicharge Case: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में लाठीचार्ज मामले में वकीलों की बड़ी जीत हुई. शनिवार को स्वत: संज्ञान की एक याचिका पर संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर ने 6 सदस्यीय कमेटी के गठन का निर्देश दिया है. अपने चैंबर में मामले की सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने यूपी सरकार की तरफ से गठित की गई एसआईटी को वकीलों की तरफ से दायर की गई एफआईआर मामले में की गई कार्रवाई से अवगत कराने का निर्देश भी दिया गया है. दरअसल, हापुड़ मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता अनूप त्रिवेदी (Senior Lawyer Anoop Trivedi) की अगुवाई में वकीलों ने जनहित याचिका दायर की थी, जिसपर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया गया है.
अनूप त्रिवेदी (वकील अभिनव गौड़ की सहायता से) के साथ बार काउंसिल के चेयरमैन शिव किशोर गौड़, सदस्य सचिव जय नारायण पांडेय और सदस्य मधु सूदन त्रिपाठी ने यह याचिका दाखिल की थी, जिसपर सुवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 6 सदस्यीय बेंच का गठन किया है. इसमें हाईकोर्ट के तीन न्यायमूर्ति शामिल हैं. न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में गठित समिति वकीलों की शिकायत की जांच करेगी. कमेटी में न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति फैज आलम खान सदस्य बनाए गए हैं.
जांच समिति में महाधिवक्ता, बार काउंसिल और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी शामिल किए गए हैं. इस मामले में शासन ने एसआईटी का भी गठन किया गया है. एसआईटी अपनी अलग रिपोर्ट पेश करेगी. मामले की अगली सुनवाई 15 सितंबर को होगी.
बता दें कि हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज केस का इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया था. चीफ जस्टिस की बेंच ने सरकार की ओर से गठित एसआईटी में रिटायर्ड जस्टिस को शामिल करने का निर्देश दिया था. साथ ही वकीलों की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश भी दिया गया. SIT की जांच पूरी होने तक वकीलों पर पुलिस कार्रवाई पर भी कोर्ट ने रोक लगाई थी.
यह है पूरा मामला
बता दें कि हापुड़ जिले में एक महिला वकील और पुलिस के सिपाही से विवाद हो गया था. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. सड़क पर काफी विवाद होने के बाद पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उनके पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी. इसके बाद हापुड़ बार एसोसिएशन ने पुलिस पर फर्जी रिपोर्ट लिखने का आरोप लगाते हुए तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया था.
इसके बाद पुलिस जाम खुलवाने का प्रयास करने लगी. यहां पर पुलिस वालों में और अधिवक्ताओं में खींचतान होने लगी. इसके बाद पुलिस वालों ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर जाम खुलवाया. इसी घटना के विरोध में लगातार वकीलों का प्रदर्शन जारी है. वकील अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे हैं. वकील घटना के लिए जिम्मेदार डीएम और एसपी को हटाने की मांग कर रहे हैं.
Also Read: UP: सभी 72 विभागों को निर्देश जारी, 22 दिन में खर्च करने होंगे 15 हजार करोड़, ये है पूरा मामला
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )