उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने शराब के प्रचार (Promotion of Liquor) को लेकर योगी सरकार को आड़े हाथ लिया है। सांसद ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि करोड़ों परिवार उजाड़ने वाली शराब का ‘राजस्व वृद्धि’ के लिए प्रचार किया जाना दुखद है।
सांसद वरुण गांधी ने आगे कहा कि शराब का नकारात्मक असर शराबी से अधिक उनके परिवार पर पड़ता है, महिलाओं व बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। क्या ‘रामराज्य’ में सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं है?
करोड़ों परिवार उजाड़ने वाली शराब का ‘राजस्व वृद्धि’ के लिए प्रचार किया जाना दुखद है।
शराब का नकारात्मक असर शराबी से अधिक उनके परिवार पर पड़ता है, महिलाओं व बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।
क्या ‘रामराज्य’ में सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के लिए इससे बेहतर विकल्प नहीं है? pic.twitter.com/RSbtkXykxg
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 21, 2023
बता दें कि सांसद वरुण गांधी पिछले 2 साल से नीतियों और निर्णयों को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को असहज करने वाले सवाल उठाते रहे हैं। पिछले साल किसानों के आंदोलन का उन्होंने खुलकर समर्थन किया था। साथ ही लखीमपुर खीरी के निघासन में हुई हिंसा में कई लोगों की मृत्यु के मामले पर किसान संगठनों के साथ ही सांसद ने भी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा और उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए आवाज उठाई थी।
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यही नहीं, वरुण गांधी सरकार की आर्थिक नीतियों, निजीकरण, बेरोजगारी और महंगाई की समस्या, प्रतियोगी परीक्षाओं की पवित्रता को लेकर भी वह सरकार को असहज करने वाले सवाल उठाते रहे हैं। वह बैंकों से उद्योगपतियों को आसानी से हजारों करोड़ रुपये के ऋण मिल जाने और सामान्य नागरिकों को अपनी छोटी छोटी जरूरतों के लिए ऋण न मिलने, ऋण मिल जाए तो वसूली के लिए सामान्य नागरिक के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई और उद्योगपतियों को छूट दिए जाने के मामले सांसद कई बार उठा चुके हैं।
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