सोनभद्र: जिले के घोरावल थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। भगवान शिव और माता पार्वती के नाम से बने ट्रस्ट (शिव पार्वती प्राचीन काशी सेवा समिति) की जमीन को मंदिर के पुजारी ने अपने नाम कर लिया और वहां अपने लोगों द्वारा दुकाने खोलकर अतिक्रमण कर लिया। जब समिति को इस मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने हड़कंप मचने के बाद जिला अधिकारी से शिकायत की।
जिला अधिकारी ने दिया आश्वासन
समिति के लोगों ने मामले की शिकायत जिला अधिकारी से की। जिला अधिकारी ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। हालांकि, जब मीडिया ने इस मुद्दे पर जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की, तो जिला अधिकारी ने कहा कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है और बाद में मीडिया से बात करेंगे।
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मंदिर की कागजातों में हेरफेर
घोरावल थाना क्षेत्र में स्थित अति प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी द्वारा कागजातों में हेरफेर कर मंदिर और उसकी जमीन को अपने नाम कर लिया गया। इसके साथ ही मंदिर की जमीन पर दुकाने खोलकर अतिक्रमण करने की जानकारी भी सामने आई है। साथ ही मंदिर से होने वाली आय को भी हड़पने का आरोप लगाया जा रहा है।
मंदिर की ऐतिहासिक मान्यता
मंदिर में 11वीं शताब्दी की भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियां स्थापित हैं, और यह मंदिर पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहाँ श्रावण मास में एक माह के लिए मेला आयोजित होता है, और शिवरात्रि तथा बसंत पंचमी जैसे अवसरों पर भी मेला लगता है। इसके कारण मंदिर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता भी अधिक है।
कार्रवाई की मांग
मंदिर के पुजारी के द्वारा मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण करने और चढ़ावा के पैसे का गलत उपयोग करने को लेकर मंदिर समिति के लोग और स्थानीय लोग गुस्से में हैं। उन्होंने जिला अधिकारी से यह मांग की है कि मंदिर समिति को प्रशासन की जिम्मेदारी सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि मंदिर का चढ़ावा धार्मिक कार्यों में इस्तेमाल हो सके और मंदिर की देखभाल बेहतर हो सके।
Input – प्रवीण कुमार विश्वकर्मा