Himangi Sakhi: किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी पर जानलेवा हमला, 10 लाख के जेवर लूटने का भी आरोप

किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी (Himangi Sakhi) पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। आरोप है कि शनिवार रात करीब पौने दस बजे, दो दर्जन से अधिक हथियारबंद लोग उनके शिविर में घुस आए और हमला कर दिया। हमलावरों ने तलवार, फावड़ा और अन्य हथियारों से जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वे करीब दस लाख रुपये के सोने के जेवर लूटकर फरार हो गए। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया, इसलिए किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।

हमले के पीछे हालिया बयान को बताया जा रहा कारण

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के वसई निवासी हिमांगी सखी मेला क्षेत्र के सेक्टर नंबर आठ स्थित शिविर में ठहरी हुई थीं। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ और प्रयागराज पुलिस आयुक्त को शिकायत पत्र देकर बताया कि शनिवार रात लगभग 8-10 चार पहिया वाहनों में सवार करीब 24 लोग शिविर में घुस आए।

आरोप है कि हमलावरों ने पहले सुरक्षा कर्मियों और सेवादारों को बंधक बनाया, फिर हिमांगी सखी पर हमला कर दिया। मारपीट में घायल होने के बाद उन्हें बेली अस्पताल में भर्ती कराया गया। हिमांगी सखी ने आरोप लगाया कि शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और हमलावरों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई।

पुलिस ने कहा- दोनों पक्षों में समझौता हुआ

उधर, कुम्भ पुलिस का कहना है कि इस मामले में थाने में दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई, जिसके चलते कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।

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14 एक्स अकाउंट पर एफआईआर दर्ज

महाकुंभ 2025 को लेकर अफवाहें और भ्रामक पोस्ट फैलाने वालों पर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। रविवार को पुलिस ने 14 एक्स अकाउंट के खिलाफ कोतवाली कुम्भ मेला में मामला दर्ज किया। आरोप है कि झारखंड की एक पुरानी घटना के वीडियो को महाकुंभ से जोड़कर पोस्ट किया गया, जिससे अफवाहें फैलने लगीं।

पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार के निर्देश पर सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई है। इससे पहले भी महाकुंभ में भगदड़ से जुड़ी फर्जी खबरें पोस्ट करने के आरोप में 11 सोशल मीडिया अकाउंट्स पर केस दर्ज किया गया था। डीआईजी कुम्भ वैभव कृष्ण ने कहा कि सोशल मीडिया पर महाकुंभ को लेकर अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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